विधानसभा में इस बार पहली बार 70 नये चेहरों की एंट्री
दिग्गजों को धूल चटाकर बने ’जाईंट किलर‘
मुंबई/दि.25- विधानसभा चुनाव में कई दिग्गज नेताओं को नये उम्मीदवारों ने घर लौटा कर इतिहास रचा है. किसी ने मां-बाप की हार का, किसी ने गद्दारी का तो किसी ने अपमान का बदला निकाला. ऐसे 70 उम्मीदवारों ने पहली बार विधानसभा के सभागृह में प्रवेश किया है. जिसमें प्रमुखता से वरुण सरदेसाई, रोहित पाटील, संजना जाधव, श्रीजया चव्हाण, बाबासाहेब देशमुख, सुहास बाबर, महेश सावंत ऐसे सर्वपक्षीय उम्मीदवारों का समावेश है.
विधानसभा चुनाव में सभी तज्ञों का अंदाज गलत साबित हुआ. महायुति ने महाविकास आघाडी का करेक्ट कार्यक्रम किया. फिर भी अनेक निर्वाचन क्षेत्र में पहली बार चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवारों ने अनुभवी, दिग्गज प्रतिस्पर्धी नेताओं के पसीने छुडा दिए. ऐसे विजयी उम्मीदवारों के नाम राजकीय इतिहास में दर्ज कराने जैसे है. पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को कर्हाड दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के अतुल भोसले ने हराया. कर्हाड उत्तर में राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गट) के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री बालासाहब पाटील को भाजपा के मनोज घोरपडे ने हराया. तो आठ बार विधानसभा चुनाव में जीतने वाले कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात को नये नवेले उम्मीदवार अमोल खताल ने संगमनेर से पराजित किया.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गट) के वरिष्ठ नेता, पूर्व स्वास्थमंत्री राजेश टोपे ने घनसावंगी निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना के डॉ. हिमकत उडाण की तरफ से हार माननी पडी. कांग्रेस नेता, पूर्व मंत्री एड. यशोमती ठाकुर को राजेश वानखडे, प्रहार संगठन प्रमुख बच्चू कडू को प्रवीण तायडे, शिवसेना के सांसद अरविंद वायकर की पत्नी मनीषा वायकर को जोगेश्वरी पूर्व से शिवसेना (उबाठा) के अनंत नर ने पराजित किया.
कन्नड विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा नेता रावसाहेब दानवे की बेटी व शिवसेना के उम्मीदवार संजना जाधव ने उनके पति निर्दलीय उम्मीदवार हर्षवर्धन जाधव को पराजित किया. पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता अशोक चव्हाण की बेटी डॉ. श्रीजया चव्हाण ने भोकर निर्वाचन क्षेत्र से विजय पाते हुए पिता की हार का बदला लिया. भाजपा नेता विनोद तावडे से संबंधित प्रकरण में चर्चा में आने वाले भाजपा के राजन नाईक ने बहुजन विकास आघाडी के क्षितीज ठाकुर को तो स्नेहा दुबे ने हितेन्द्र ठाकुर को पराजित किया. धारावी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में गायकवाड परिवार ने अपनी पकड कायम रखी है. कांगे्रस नेता एकनाथ गायकवाड, वर्षा गायकवाड व इस समय ज्योती गायकवाड को धारावी की जनता ने अपना आशिर्वाद दिया है. धारावी पुनर्विकास व उद्योगपति गौतम अदानी के कारण यह निर्वाचन क्षेत्र मेें राज्य सहित देश में चर्चा में आया है. धुले ग्रामीण में भाजपा के राघवेंद्र उर्फ राम भदाणे ने कांग्रेस के कुणाल पाटील को पराजित किया.
राज्य के पूर्व गृहमंत्री आर.आर.पाटील के पुत्र रोहित पाटील ने भी पहली बार विधानसभा में प्रवेश करने जा रहे हैं. उन्होंने अजीत पवार के राष्ट्रवादी नेता पूर्व सांसद संजय पाटील को हराया है. विधानसभा चुनाव के पूर्व ही बडी उम्मीद से संजय पाटील ने राष्ट्रवादी में प्रवेश किया था. फिर भी चुनाव जीतने में वे सफल नहीं हो पाए है. राष्ट्रवादी कांग्रेस के वर्तमान विधायक जिशान सिद्दीकी को उध्दव ठाकरे की शिवसेना के वरुण सरदेसाई ने पराजित किया. चुनाव के पूर्व जिशान सिद्दीकी के पिता व राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई थी. जिशान सिद्दीकी को इस चुनाव में सहनभुति मिलेगी, ऐसी चर्चा थी. मगर सरदेसाई की विजय ने इस चर्चा पर विराम लगा दिया.
यह भी है नये चेहरे
विधानसभा में पहली बार प्रवेश करने वाले विधायकों में अशोकराव माने, राहुल आवाडे, शिवाजी पाटील, हारुन खान, महेश सावंत, मनोज जामसुतकर, राजू खरे, अभिजीत पाटील, उत्तम जानकर, सत्यजीत देशमुख, किरण सामंत, सचिन पाटील, रमेश कराड, हेमंत ओगले, शंकर जगताप, बाबाजी काले, सुमीत वानखडे, राजेश मोटे आदि का समावेश है.
देशमुख ने शेकाप का गढ बचाया
महाराष्ट्र के विधानसभा में सांगोला निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 11बार यानी 55 वर्ष प्रतिनिधित्व करते हुए इतिहास रचने वाले गणपतराव देशमुख के नाती बालासाहेब देशमुख ने सांगोला के गढ को बचा कर रखा है. शिवसेना की फूट के बाद ’काय झाडी काय डोंगर‘ इस संवाद से प्रसिध्द हुए शहाजी पाटील पराजित हुए.
288
विधानसभा कुल सदस्य
184
दोबारा चुनकर आए सदस्य
70
पहली बार विजयी उम्मीदवार
34
ब्रेक के बाद दोबारा चुनकर आए उम्मीदवार