इस बार फ्ल्यू की तरह रहेगा कोरोना का प्रभाव
कोविड टास्क फोर्स के डॉ. शशांक जोशी ने दी जानकारी

नागपुर /दि.7- इस समय मुंबई सहित राज्य के कई हिस्सो में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ रही है और इस संक्रमण की वजह से कुछ मरीजों की मौत भी हुई है. हालांकि इसके बावजूद इस संक्रमण से घबराने की कोई जरुरत नहीं है. क्योंकि इस समय कोविड वायरस का प्रभाव फ्ल्यू की तरह है. परंतु पहले से गंभीर बीमारियां रहनेवाले मरीजों द्वारा स्वास्थ को लेकर सावधानी व सतर्कता बरती जानी चाहिए, इस आशय का प्रतिपादन राज्य कोविड टास्क फोर्स के पूर्व सदस्य डॉ. शशांक जोशी द्वारा किया गया.
होटल सेंट्रल पॉइंट में शुक्रवार को ‘हॅलो डायबिटीज एकेडेमिया’ का शुभारंभ हुआ. जिसमें शामिल होने पहुंचे डॉ. जोशी ने स्थानीय पत्रकारों के साथ संवाद भी साधा. इस समय डॉ. जोशी ने कहा कि, फिलहाल पाए जानेवाले कोविड के मरीजो में ओमायक्रॉन वेरियंट व उसके सबवेरियंट के लक्षण पाए जा रहे है. इस पद्धति के मरीजों को आनेवाले समय में सर्दी व खांसी के मरीजों की तरह ही देखा जाएगा. हालांकि, ऐसे मरीजों ने समय रहते विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह से अपना इलाज कराना चाहिए और कोविड संक्रमण का निदान होने पर मरीज ने खुद ही अपने नाक व मुंह पर मास्क लगाकर चार दिन अपने घर पर आराम करना चाहिए. वहीं अवयव प्रत्यारोपण करा चुके व गंभीर बीमारी रहनेवाले मरीजों ने कोविड संक्रमण होने पर अपने स्वास्थ की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए. क्योंकि ऐसे मरीजों की रोगप्रतिकार शक्ति काफी कम रहती है और यदि ऐसे मरीजों को सामान्य फ्ल्यू भी होता है तो उनकी जान के लिए खतरा पैदा हो सकता है.
इसके साथ ही डॉ. जोशी ने यह भी कहा कि, भारत में दो मौसम फ्ल्यू वाले होते ही है और इस दौरान वातावरण में होनेवाले बदलाव की वजह से सर्दी-खांसी व बुखार की समस्या होती है. चूंकि इस समय धूप और बारिश की लुकाछिपी चल रही है. जिसके चलते फ्ल्यू के साथ-साथ इस समय कोरोना के मरीज भी बढते दिखाई दे रहे है. यह स्थिति आनेवाले कुछ दिनों तक ऐसे ही बरकरार रहेगी. लेकिन इसे लेकर घबराने की जरुरत नहीं है, क्योंकि अव्वल तो कोरोना का प्रभाव पहले की तरह नहीं है. वहीं दूसरी ओर कोविडकाल के दौरान देशभर की स्वास्थ व्यवस्था बेहद सक्षम हो गई है. जिसके चलते अब हम किसी भी स्थिति का सामना कर सकते है.