तीन सगी बहनों की नदी में डूबने से मौत, वर्धा नदी में भी तीन युवक डूबे
महाशिवरात्रि का पवित्र स्नान काल बना

* चचेरे भाई को बचाने के चक्कर में तीनों डूबे
चंद्रपुर/दि.27 – महाशिवरात्रि निमित्त नदी में स्नान करने के लिए गये चंद्रपुर के 6 लोगों को अपनी जान गवानी पडी. चंद्रपुर-गडचिरोली राष्ट्रीय महामार्ग की वैनगंगा नदी में तीन सगी बहनों की डूबने से मृत्यु हो गई तथा वर्धा नदी में तीन युवक बह गये. बुधवार 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के पर्व पर घटित इस दोनों घटना के कारण जिले में शोक व्याप्त है.
पहली घटना चंद्रपुर-गडचिरोली राष्ट्रीय महामार्ग के वैनगंगा नदी के पुल के नीचे घटित हुई. चंद्रपुर जिले का मंडल परिवार वैनगंगा नदी के पुल के नीचे स्नान करने के लिए उतरा, लेकिन गहरे पानी का अनुमान न आने से 5 लोग बह गये. इसमें तीन सगी बहनों की मृत्यु हो गई तथा दो अन्यों को बचाने में सफलता मिली. यह दिल दहला देने वाली घटना दोपहर 1.30 बजे के दौरान घटित हुई. मृतक बहनों के नाम प्रतिमा प्रकाश मंडल (23), कविता प्रकाश मंडल (22) और लिपिका प्रकाश मंडल (18) है. यह तीनों बहने चंद्रपुर शहर के बाबुपेठ परिसर की रहने वाली है. घटना के समय प्रणव वसंत मंडल ने प्रथमेश (5) और पुलिस के बचाव दल ने पूनम प्रणव मंडल (30) को बचाने में सफलता प्राप्त की. इस घटना की जानकारी मिलते ही सावली पुलिस स्टेशन का दल घटनास्थल आ पहुंचा. उन्होंने तत्काल बचाव कार्य शुरु किया और तीनों मृतक बहनों के शव बाहर निकाले. मंडल परिवार के प्रणव वसंत मंडल (40), पूनम प्रणव मंडल (30), प्रथमेश प्रणव मंडल (5), कल्पना प्रकाश मंडल (42), प्रतिमा प्रकाश मंडल (23), कविता प्रकाश मंडल (22), लिपिका प्रकाश मंडल (18) और पल्लवी शंकर राहा (27) ऐसे 8 लोग महाशिवरात्रि निमित्त गडचिरोली जिले के मार्कंडा देवस्थान जाने के लिए निकले. लेकिन मार्कंडा में श्रद्धालुओं की भारी भीड रहने का अनुमान लगाकर सभी लोगों ने अपनी यात्रा में बदलाव करते हुए चंद्रपुर-गडचिरोली मार्ग के व्याहाड के पास की वैनगंगा नदी के पुल के नीचे स्नान कर सोमनाथ जाना निश्चित किया. इसके पूर्व सभी लोग नहाने के लिए वैनगंगा नदी में उतर गये. इसमें प्रतिमा, कविता, लिपिका, प्रथमेश और पूनम ऐसे पांच लोग स्नान कर रहे थे, जब अचानक 5 साल का प्रथमेश बहने लगा. उसे बचाने के प्रयास में पांचों लोग बह गये. प्रणव ने प्रथमेश को तत्काल बाहर निकाला. जबकि पूनम पानी के बहाव में एक पत्थर के पास फंसने से वह बच गई. अन्य तीनों बहनों पानी में बह गई. इस घटना की जानकारी घटनास्थल से डायल 112 पर देते ही सावली पुलिस का बचाव दल वहां पहुंच गया और पूनम को बाहर निकालने में इस दल को सफलता मिली. पश्चात पानी में बही तीनों सगी बहनों के शव बाहर निकाले गये. सावली के थानेदार प्रदीप पुल्लरवार सहित उपनिरीक्षक सतीश मुसले, धीरज पिदुरकर, मोहन डासरवार, केवल तुरे, राहुल तुमरेटी के दल ने घटनास्थल का पंचनामा कर मृतक तीनों बहनों के शव चंद्रपुर के जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाये. मामले की जांच पुलिस आगे कर रही है.
* मंडल परिवार में गहरा शोक
प्रकाश मंडल और कल्पना प्रकाश मंडल को प्रतिमा, कविता और लिपिका ऐसी तीन बेटियां थी. इन तीनों के चाचा प्रणव मंडल यह चंद्रपुर के सरदार पटेल महाविद्यालय में प्राध्यापक है. उनकी पत्नी पूनम कोचिंग क्लास चलाती है. पूनम मृतक बहनों को प्रतिमाह सहायता करती थी. कविता और लिपिका पढाई कर रही थी. लेकिन महाशिवरात्रि के दिन इन तीनों सगी बहनों पर काल ने ग्रास्त किया. इस घटना से प्रकाश मंडल परिवार पर गहरा आघात पहुंचा है.
मार्कंडा के पास नदी में तीन युवक डूबे
चामोर्शी/दि.27 – मार्कंडा देवस्थान के पास नदी में नहाने के लिए गये चंद्रपुर जिले के तीन युवक डूब गये और उनकी मृत्यु हो गई. मृतकों के नाम चुनाला ग्राम निवासी तुषार शालिक आत्राम (16), मंगेश बंडू चणकापुरे (20) और अनिकेत शंकर कोडापे है. जानकारी के मुताबिक राजुरा से तीन किमी दूरी पर चुनाला ग्राम के 8 लोग वर्धा नदी पर महाशिवरात्रि निमित्त नहाने के लिए गये थे. इसमें से 5 लोग पूजा रहे थे, तब तुषार, मंगेश और अनिकेत तैरने के लिए नदी में उतर गये. लेकिन गहरे पानी का अनुमान न आने से वे नदी में डूब गये और उनकी मृत्यु हो गई. महाशिवरात्रि निमित्त चुनाला गांव के लोग वर्धा नदी के घाट पर नहाने के लिए गये थे. ग्रामवासियों के साथ तुषार, मंगेश और अनिकेत नामक युवक भी गये थे. उनके साथ 5 अन्य युवक भी थे. कुछ महिलाएं भी नदी में स्नान कर रही थी. ऐसे में तीनों युवकों को तैरने की इच्छा हुई. उन्होंने जहां महिला स्नान कर रही थी, वहां से कुछ दूरी पर जाकर तैरना शुरु किया. लेकिन नदी के गहरे पानी का अनुमान न आने से तीनों युवक डूबने लगे. डूबते समय तीनों की चिखने की आवाज आती देख रामचंद्र रागी ने उन्हें बचाने का प्रयास किया. लेकिन तब तक तीनों युवक डूब चुके थे. चुनाला के सरपंच बालनाथ वडस्कर ने राजूरा पुलिस को घटना की जानकारी दी. पुलिस तत्काल घटनास्थल पहुंच गई. घटनास्थल बल्लारपुर थाना क्षेत्र में आने से बल्लारपुर पुलिस का दल भी वहां पहुंच गया. राजूरा के तहसीलदार डॉ. ओमप्रकाश गोंड ने आपदा विभाग चंद्रपुर से नाव की व्यवस्था की और मृतकों के शव की खोज शुरु की. मंगेश चणकापुरे का शव पुलिस को बरामद हुआ. अन्य दो की तलाश शुरु थी. घटनास्थल पर राजूरा के सहायक निरीक्षक पवार, नायब तहसीलदार तेलंग, चुनाला के सरपंच बालनाथ वडस्कर व ग्रामवासी बडी संख्या में मौजूद थे.