तीन माह में बाघ के दो शावकों की मौत
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नागपुर/दि. 12 – विगत जनवरी माह दौरान बाघों के मृत्यु सत्र से पूरे राज्य में हडकंप व्याप्त हो गया था. नए साल के प्रारंभ में महज 22 दिन के दौरान ही 11 बाघों की मौत हुई थी. इसके बाद अगले कुछ दिनों के दौरान यानी जनवरी माह के अंत में राज्य में बहेलिया शिकारियों द्वारा बडे पैमाने पर बाघों का शिकार किए जाने का मामला उजागर हुआ. जिसके चलते राज्य में एक बार फिर हंगामा मचा. वहीं अब भंडारा जिले के एक खेत से बाघ का शावक मृत पडा मिला है. जबकि एक मृत शावक के पास ही उसका समवयस्क शावक जीवित पाया गया.
जानकारी के मुताबिक कल 11 फरवरी को भंडारा वन विभाग अंतर्गत आनेवाले लेंडेझरी वनक्षेत्र अंतर्गत स्थित बावनथडी कैनल से सटे खेत में बाघ का एक शावक मृत पडा दिखाई दिया. जिसकी जानकारी मिलते ही वन अधिकारी व कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे. इस समय मृत पडे व्याघ्र शावक के पास ही एक दूसरा शावक जीवित पाया गया. जिसे अपने कब्जे में लेकर मृतक व्याघ्र शावक के शव का पोस्टमार्टम किया गया.
बता दें कि, इससे पहले देवलापार में भी बाघ के दो शावक मृत पाए गए थे. वहीं एक शावक को ट्रांजिट ट्रीटमेंट केंद्र में भिजवाया गया था. इसके साथ ही टिपेश्वर अभयारण्य में भी बाघ के दो शावक अकेले ही घूम रहे है तथा उनकी मां रहनेवाली मादा बाघ का कोई पता नहीं है.