अप्पर वर्धा प्रकल्पग्रस्तों का मंत्रालय में हंगामा
मंत्रालय के पहली मंजिल पर चढकर लगाई सुरक्षा जाली पर छलांग
* अचानक हुए आंदोलन से मंत्रालय में मचा हडकंप, पुलिस भी हुई भौंचक
मुंबई /दि.29- मंत्रालय में आज उस समय हंगामें और हडकंप वाली स्थिति बन गई, जब मंत्रालय की मुख्य इमारत की पहली मंजिल पर सुरक्षा हेतु लगाई गई जाली पर अचानक ही करीब 50 लोगों ने उपरी मंजिल से छलांग लगाई और जोर-जोर से सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे. यह देखकर मंत्रालय की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मी भी भौंचक हो गए. जिसके बाद पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए आंदोलनकारियों को पकडना शुरु किया. लेकिन चूंकि सभी आंदोलनकारी सुरक्षा जाली के बीचोंबीच बैठे हुए थे. ऐसे में सुरक्षा जाली पर चढकर उन्हें वहां से हटाने और पकडने में भी काफी दिक्कत आयी. बाद में पता चला कि, यह सभी आंदोलनकारी अमरावती जिले के मोर्शी तहसील अंतर्गत रहने वाले अप्पर वर्धा प्रकल्पग्रस्त है. जिन्होंने विगत कई वर्षों से प्रलंबित रहने वाले अपनी मांगों की ओर सरकार द्बारा अनदेखी किए जाने के चलते आज मंत्रालय पहुंचकर यह आंदोलन किया.
पता चला है कि, अमरावती जिले के मोर्शी में अप्पर वर्धा बांध है. जिसके लिए वर्ष 1972 में क्षेत्र के किसानों की जमीनें अधिग्रहित की गई थी. परंतु इन जमीनों का योग्य मुआवजा नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए जमीनधारक प्रकल्पग्रस्तों द्बारा विगत लंबे समय से आंदोलन किया जा रहा है. साथ ही आंदोलनकारियों द्बारा यह आरोप भी लगाया गया कि, प्रकल्प के साकार होने के बाद स्थानीय लोगों को प्रकल्प के तहत नौकरी देने में प्राथमिकता नहीं दी गई है. अपनी इन्हीं तमाम मांगों को लेकर प्रकल्पग्रस्तों द्बारा विगत 103 दिनों से मोर्शी तहसील कार्यालय के समक्ष आंदोलन किया जा रहा है. परंतु सरकार द्बारा उस आंदोलन की भी दखल नहीं ली गई. जिसके चलते इन प्रकल्पग्रस्तों ने आज अचानक ही मुंबई स्थित मंत्रालय पहुंचकर अनूठे तरीके से आंदोलन करना शुरु किया.
विशेष उल्लेखनीय है कि, आज मंत्रालय में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व अजित पवार सहित मंत्री भी उपस्थित थे. जो अलग-अलग बैठकों व अपने-अपने काम में व्यस्त थे. वहीं आज मंत्रालय में अप्पर वर्धा प्रकल्पग्रस्तों ने प्रवेश किया और सुरक्षा जाली पर चढकर आंदोलन करना शुरु किया.