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गुप्त धन के लिए पायालू लडकियों का उपयोग

पायालू होने की बात रिश्तेदारों को भी न बताएं

* अंनिस का आवाहन
* अनेक टोलियां पकडी, पूछताछ में भयंकर खुलासे
वर्धा/ दि. 1– गुप्त धन, जादू टोना, दैवीय शक्ति और इस प्रकार की अंधश्रध्दा और उसके लिए प्राणियों का उपयोग हो रहा है. यह हाल की अनेक घटनाओं में उजागर हुआ है. उसी प्रकार संतान के पायालू ( जिनका जन्म सिर की बजाय पैरों की तरफ से हो)होने की बात रिश्तेदारों को भी न बताएं. इस प्रकार का आवाहन अंधश्रध्दा निर्मूलन समिति ने किया है.
समिति के पदाधिकारी पंकज वंजारे ने बात को स्पष्ट करते हुए बताया कि 10 अलग- अलग टोलियों को पकडा गया. उनके पास सांप, खवले मांजर, बाघ की चमडी आदि बरामद हुई. उसी प्रकार आरोपियों के मोबाइल हैंडसेट में लडकियों और महिलाओं के फोटो मिले. गुप्तधन के लिए पायालू लडकी का उपयोग करने की भयंकर अंधश्रध्दा होने का दावा कर बताया गया कि कथित तांत्रिक इस प्रकार लडकियों और महिलाओं का फोटो सहित ब्यौरा रखते हैं. जो पायालू है. वर्धा, यवतमाल, अकोला, अमरावती, वाशिम जिले के कुछ महिलाओं के मोबाइल नंबर भी इन तांत्रिकों के पास प्राप्त हुए. वर्धा जिले में प्राणियों की तस्करी करनेवाले बहुतायत में होने का दावा किया गया.
जांच पडताल में यह भी सामने आया कि पायालू को दुर्लभ माना जाता है. उसका उपयोग धन खोजने के कथित काम में किया जाता है. कई बार महिला या युवती के साथ अघोरी कृत्यु किए जाते हैं. उन्हें जमीन पर चलाया जाता है और वहां गर्म का अहसास होने पर वहां गुप्त धन होने का बनाव किया जाता है. उसी प्रकार प्राणियों की बली भी दी जाती है. हिंगणघाट तहसील में इस तरह का मामला उजागर हुआ था.

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