मोर्शी/ दि.11-पश्चिम विदर्भ के सबसे बडे बांध प्रकल्प सिंभोर स्थित अपर वर्धा में इन दिनों जलस्तर बडे प्रमाण में घटता दिखाई दे रहा है. बढते तापमान की वजह से प्रकल्प का पानी वाष्प में रुपांतर हो रहा है. अब इस प्रकल्प में केवल 50.51 फीसदी जलसंग्रह है. जिले में इन दिनो तापमान 45 से 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है. तापमान और भी बढने की संभावना है जिसमें जलस्तर और भी घटेगा.
सिंभोर स्थित अपर वर्धा प्रकल्प से जिले के विविध परिसर तथा अमरावती शहर को व एमआयडीसी को जलापूर्ति की जाती है. अपर वर्धा प्रकल्प में प्रचूर मात्रा में जलसंग्रह होने से अमरावती शहर को 12 महीने पानी की दिक्कत नहीं होती. इस प्रकल्प से कृषि सहित उद्योग क्षेत्रों को भी पानी दिया जाता है. जनवरी महीने में जलस्तर 341.27 दशलक्ष्य घनमीटर था. उपयुक्त जलसंग्रह 457.49 दलघमी यानी 81 फीसदी जलसंग्रह था, किंतु जनवरी से अप्रैल महीने के दरमियान जलसंग्रह लगभग 30 प्रतिशत घटा.
वर्तमान में प्रकल्प में जलसंग्रह 338.86 मीटर है. जिसमें केवल 50.51 प्रतिशत पानी उपलब्ध है. पिछले चार महीनों में प्रकल्प से नॉन एरिगेशन के लिए 28.143 दलघमी पानी छोडा गया. वहीं शहरवासियों को 13.672 दलघमी जलापूर्ति की गई. सिंचाई के लिए 113.54, एमआयडीसी को 0.611, रतन इंडिया कंपनी को 6.348 दलघमी पानी की आपूर्ति की गई.