* सीएम पद के रेस से एकनाथ शिंदे बाहर
* शिंदे की मोदी व शाह से बात हुई
* सीएम पद की लालसा नहीं, कोई बाधा भी नहीं
* जब सीएम था, तो मोदी जी मेरे साथ खडे थे
* अब मोदी व शाह का फैसला रहेगा सिर आंखों पर
* शिंदे ने खुद को बताया लाडला भाई
मुंबई/दि.27 – महाराष्ट्र में अब तक मुख्यमंत्री के चेहरे पर सहमति नहीं बन पाई है. भाजपा, शिवसेना और एनसीपी साथ बैठकर सहमति से फैसला लेने की बात कह रहे हैं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना शिंदे गुट के प्रमुख एकनाथ शिंदे ने बुधवार को सीएम पद को लेकर बड़ा एलान किया. उन्होंने कहा कि मेरे मन में सीएम बनने की लालसा नहीं है. पीएम मोदी और अमित शाह जो भी निर्णय लेंगे मुझे मंजूर होगा. सरकार बनाते समय मेरी तरफ से कोई अड़चन नहीं आएगी. मैं चट्टान की तरह साथ खड़ा हूं. भाजपा की बैठक में जो भी निर्णय लिया जाएगा, हमें मंजूर होगा. हमारी तरफ से कोई अड़चन नहीं आएगी. भाजपा का सीएम मुझे मंजूर है.
राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पिछले ढाई साल में पीएम मोदी और अमित शाह ने मेरा पूरा सहयोग किया. मोदी जी और अमित शाह मेरे साथ खड़े रहे. उन्होंने मुझ पर विश्वास किया. मुझे मुख्यमंत्री बनाया और बड़ी जिम्मेदारी दी. मैंने भी जनता के लिए बढ़-चढ़कर काम किया. रोने वालों और लड़ने वालों में से नहीं हूं. मैं भागने वाला नहीं समाधान करने वाला व्यक्ति हूं. हम मिलकर काम करने वाले लोग हैं. ढाई साल तक हमने खूब काम किया है. महाराष्ट्र में विकास की रफ्तार बढ़ी है. हमने हर वर्ग की भलाई के लिए काम किया है. महाविकास अघाड़ी ने किसानों के हित में जो काम नहीं किए वो हमने किए.
चुनाव के बाद पहली बार पत्रवार्ता के जरिए जनता के सामने आये कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र में महायुति को बहुमत मिला है. मैं जनता को धन्यवाद देता हूं. जनता ने महायुति पर विश्वास जताया है. विकास की योजनाओं को समर्थन मिला है. आम आदमी को कहां-कहां दिक्कत आती है, मैं समझता हूं. मैंने कभी मुख्यमंत्री के तौर पर खुद को नहीं समझा. मैंने आम आदमी की तरह काम किया. महाराष्ट्र की समस्याओं को दूर करने की कोशिश की है. हमारे काम का नतीजा दिख रहा है. हमने लाडली बहन योजना पर काम शुरू किया. मैं लाडली बहनों का लाडला भाई हूं. उन्होंने कहा कि राज्य को आगे ले जाने के लिए केंद्र की मदद की जरूरत है. मैंने पीएम मोदी को फोन किया था. हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है. मैं भाजपा का फैसला मुझे स्वीकार होगा.
बता दें कि, पिछले हफ्ते आए चुनावी नतीजों में शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के महायुति गठबंधन ने भारी बहुमत के साथ सत्ता बरकरार रखी. महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में महायुति गठबंधन को 230 सीट और एमवीए को केवल 46 सीट मिलीं.