हम अपना प्रत्याशी तो जरुर खडा करेंगे
विधायक बच्चू कडू ने फिर दोहराई महायुति से बाहर निकल जाने की चेतावनी
मुंबई/दि.27 – प्रहार जनशक्ति पार्टी के मुखिया तथा विधायक बच्चू कडू ने आज एक बार फिर मान-सम्मान नहीं मिलने पर महायुति से बाहर निकल जाने की बात दोहराते हुए कहा कि, अगर महायुति द्वारा अमरावती संसदीय सीट से नवनीत राणा को ही प्रत्याशी बनाया जाता है, तो फिर उनके पास महायुति को छोडकर बाहर निकल जाने के अलावा अन्य कोई पर्याय शेष नहीं रहेगा. ऐसी स्थिति में वे अमरावती संसदीय क्षेत्र पर निश्चित रुप से अपना प्रत्याशी भी खडा करेंगे.
राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात के बाद मीडिया के साथ बातचीत करते हुए विधायक बच्चू कडू ने कहा कि, उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपनी भावनाओं एवं तमाम बातों की असलियत से अवगत करा दिया है. जिसके तहत उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि, नवनीत राणा को लेकर अमरावती में हर स्तर पर नाराजगी है. ऐसे में महायुति द्वारा नवनीत राणा को निश्चित रुप से अपना प्रत्याशी नहीं बनाया जाना चाहिए. क्योंकि इससे महायुति के घटक दलों में ही फूट पडेगी. विधायक बच्चू कडू के मुताबिक नवनीत राणा की दावेदारी को लेकर खुद उनकी प्रहार जनशक्ति पार्टी में ही काफी विरोध है. ऐसे में अगर वे गठबंधन धर्म का पालन करने के लिए राणा की दावेदारी का समर्थन करने के बारे में एक बार सोचते भी है, तो इससे उनकी पार्टी में बिखराव पैदा हो जाएगा. ऐसे में बेहतर है कि, वे अपनी पार्टी को ही संभाले तथा पार्टी को बचाये रखने के लिए महायुति से बाहर निकल जाये. मीडिया द्वारा पूछे गये एक सवाल का जवाब देते हुए विधायक बच्चू कडू ने कहा कि, सीएम शिंदे ने उन्हें आश्वासन दिया है कि, 4 अप्रैल को नामांकन की प्रक्रिया खत्म होने के बाद एक बार फिर महायुति में शामिल घटक दलों की संयुक्त बैठक होगी. जिसमें इस मुद्दे को लेकर विचार विमर्श किया जाएगा. विधायक बच्चू कडू के मुताबिक चूंकि उस समय तक नामांकन दाखिल करने का समय खत्म हो चुका रहेगा. ऐसे में वे पहले ही प्रहार जनशक्ति पार्टी को मैदान में उतारकर उसका नामांकन भी दाखिल करवा देंगे.
विधायक बच्चू कडू के मुताबिक बातचीत के दौरान सीएम शिंदे ने उनसे यह भी कहा कि, अमरावती संसदीय सीट शिवसेना शिंदे गुट के हिस्से में नहीं है. अन्यथा वे इस बारे में अपने स्तर पर कोई कदम उठाते. परंतु अमरावती संसदीय सीट भाजपा के हिस्से में है, अत: इस बारे में भाजपा के बडे नेताओं से ही चर्चा करना ज्यादा बेहतर रहेगा. ऐसे में विधायक बच्चू कडू का कहना रहा कि, भाजपा नेताओं ने अमरावती संसदीय सीट पर प्रत्याशी तय करने से पहले गठबंधन धर्म का पालन करते हुए सभी घटक दलों की सहमति भी लेनी चाहिए, ताकि प्रत्याशी को लेकर कोई मनमुटाव न रहे.