* ईडी की कार्रवाई के खिलाफ जमकर हुआ आंदोलन
नागपुर/दि.13– केंद्र सरकार द्वारा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ की जा रही ईडी की कार्रवाईयों का विरोध करने हेतु आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा राज्यव्यापी आंदोलन किया गया. जिसके तहत नागपुर के सिविल लाईन्स परिसर स्थित ईडी कार्यालय के सामने आज सुबह से विदर्भ क्षेत्र के कांग्रेसियों का अच्छा-खासा जमावडा लगा. जहां पर किये गये आंदोलन में कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्र सरकार व ईडी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. इस अवसर पर कांग्रेसियों का कहना रहा कि, पीएम मोदी जब-जब विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस से डरते है, तब-तब ईडी को आगे कर देते है, ताकि विपक्ष की आवाज को दबाया जा सके.
ईडी कार्यालय के सामने किये गये प्रदर्शन में कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना रहा कि, केंद्र की भाजपा प्रणित मोदी सरकार के कार्यकाल में महंगाई, बेरोजगारी व महिलाओं पर अत्याचार के मामले लगातार बढ रहे है. जिसके खिलाफ कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी व सांसद राहुल गांधी द्वारा लगातार आवाज उठाई जा रही है. इससे चीढकर केंद्र सरकार द्वारा गांधी परिवार के खिलाफ जानबूझकर ईडी को आगे किया गया है और ईडी ने सांसद सोनिया गांधी व सांसद राहुल गांधी के नाम नोटीस जारी किया है. कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले के नेतृत्व में मुंबई तथा उर्जा मंत्री व नागपुर के पालकमंत्री नितीन राउत के नेतृत्व में नागपुर स्थित ईडी कार्यालय के सामने आज कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा धरना प्रदर्शन करने की घोषणा की गई. जिसके चलते समूचे विदर्भ क्षेत्र के कांग्रेस नेता व पदाधिकारी आज नागपुर के सिविल लाईन्स स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे. जहां पर मंत्री विजय वडेट्टीवार, पूर्व मंत्री डॉ. सुनील देशमुख, पूर्व विधायक वसंत पुरके, शिवाजीराव मोघे व अविनाश राजूरकर की अगुआई में कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा ईडी की कार्रवाई का निषेध करते हुए जमकर धरना प्रदर्शन किया.
उल्लेखनीय है कि, नैशनल हेरॉल्ड से संबंधित कथित मनी लॉन्ड्रींग के मामले में ईडी द्वारा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को जांच हेतु बुलाया गया था और उन्हें 2 जून को पूछताछ हेतु उपस्थित रहने हेतु कहा गया था. किंतु उस समय अपने विदेश में रहने की वजह आगे करते हुए राहुल गांधी ने ईडी से कुछ दिनों का समय मांगा था. इसके अलावा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी को भी 8 जून को ईडी कार्यालय में उपस्थित रहने की नोटीस जारी की गई थी. परंतू इसी दौरान सोनिया गांधी कोविड संक्रमण की चपेट में आ गई. ऐसे में उन्हें 23 जून को उपस्थित रहने के संदर्भ में नोटीस जारी की गई है. वहीं आज कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ईडी कार्यालय में उपस्थित रहने हेतु रवाना हुए और कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा देश में जगह-जगह पर ईडी कार्यालयों के सामने केंद्र सरकार की नीतियों का निषेध करने हेतु आंदोलन करने की शुरूआत की गई. जिसमें आरोप लगाया गया कि, केंद्र सरकार द्वारा विपक्ष की आवाज को दबाने हेतु जानबूझकर ईडी का दुरूपयोग किया जा रहा है.
* अमरावती से भी बडी संख्या में कांग्रेसी पहुंचे नागपुर
नागपुर स्थित ईडी कार्यालय के समक्ष किये जानेवाले इस आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए अमरावती शहर सहित जिले से भी बडी संख्या में कांग्रेस नेता व पदाधिकारी नागपुर हेतु रवाना हुए है. जिनके द्वारा जिले के पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख की अगुआई में इस आंदोलन में हिस्सा लिया जा रहा है. अमरावती से नागपुर रवाना हुए कांग्रेसियों में पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनिल देशमुख, पूर्व महापौर विलास इंगोले, कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, प्रदेश प्रवक्ता एड. दिलीप एडतकर व मिलींद चिमोटे, महिला कांग्रेस शहराध्यक्ष अंजली ठाकरे, प्रदेश सचिव आसीफ तवक्कल व किशोर बोरकर, पूर्व पार्षद बंडू हिवसे, धीरज हिवसे, विजय वानखडे, गोपाल धर्माले, बालू भूयार तथा निलेश गुहे, वसीम करोडपती, डॉ. दिनेश गवली, दीपक सम्राट, सुरेश रतावा, राजू भेले सहित अनेकों कांग्रेस नेताओं व पदाधिकारियों का समावेश रहा.