छत्रपति संभाजीनगर/दि. 27- मराठा आंदोलक मनोज जरांगे ने कहा कि सरकार के मन में जो है, सरकार कर रही है. जनता के मन में जो है वह सरकार नहीं करती. मराठा समाज को सीधे ओबीसी से आरक्षण दिलाने की हमारी भूमिका है. मराठा और कुणबी एक होने के लाखों सबूत है. फिर हमें क्यों ज्वाला में झौंकते? मराठा समाज ओबीसी में है. ओबीसी के अधिकार से हमें आरक्षण देने की मांग मनोज जरांगे ने की.
यहां पत्रकार परिषद में जरांगे ने कहा कि मुंबई जाने का शौक नहीं है. किंतु जाना पडा तो समाज घरों से इस कदर निकलेगा कि सरकार ने गोलियां भी चलाई तो भी आरक्षण लिए बगैर पीछे नहीं हटेंगे. मेरे समाज के लिए मैनें सारा बल झौंक दिया है. जान भी चली जाए तो चलेगा. यह अवसर चला गया तो मराठा लडकों के बुरे हाल होंगे. भविष्य में खूब नुकसान होगा. सभी मराठा सावधान हो जाए. आज घर छोड दें. आज नहीं तो कभी नहीं. चारा नहीं है. भले मुंबई आना पडेगा. अपने बच्चों के लिए आरक्षण लेना है. 20 जनवरी को अंतरवली से पैदल निकलना है.
जरांगे ने कहा कि प्रकाश शेंडगे वरिष्ठ नेता है. उन्हें कुछ नहीं कहेंगे. हम हमारा आरक्षण मांग रहे हैं. शेंडगे चाहे तो धनगर आरक्षण के लिए अपनी शक्ति का उपयोग करे. मराठा समाज भी उनके साथ है. बिना कारण शक्ति जाया न करे.
* फडणवीस को चेतावनी
मनोज जरांगे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम लेकर उन्हें चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि अपराध दर्ज कर सरकार को नरेंद्र मोदी से अपनी पीठ थपथपानी है तो वह भले ही यह करे. सरकार को समय रहते आगाह होने की आवश्यकता है. मराठों के बगैर कुछ नहीं हो सकता यह बात सरकार जान ले. देवेंद्र फडणवीस मराठा समाज की नाहक नाराजी न ले. कोई भी ट्रैक्टर न रोके. अंतरवाली जैसा प्रयोग न करे. करोडों मराठा एकत्र हो गए हैं. सरकार को भारी पडेंगे. जरांगे ने कहा कि 20 तारीख केवल सरकार 5 माह से आरक्षण प्रलंबित कर रही है, इसलिए ली है. 20 जनवरी को मुंबई जाएंगे.