अन्य शहरमहाराष्ट्रमुख्य समाचार

क्या सुनेत्रा पवार बनेगी राज्यसभा सदस्य!

कल नामांकन का आखरी दिन

* राष्ट्रवादी अजीत पवार कर सकती है घोषणा
मुंबई/दि. 12 – राज्यसभा की कुछ सीटों के लिए होने जा रहे चुनाव के साथ प्रदेश में राजनीतिक हलचल बढ गई है. राकांपा अजीत पवार कोटे के प्रफुल्ल पटेल के इस्तीफे के कारण यह स्थान रिक्त हुआ. उस सीट पर राकांपा का हक रहने से पार्टी के नेता सर्वश्री छगन भुजबल, पार्थ पवार के साथ अब सुनेत्रा पवार के नाम की भी चर्चा शुरु हो गई है. पार्टी आज ही अपने प्रत्याशी की घोषणा करनेवाली है. जिससे राजनीतिक क्षेत्र में चर्चा है कि, सुनेत्रा पवार की लोकसभा में एंट्री चूक जाने से अब उन्हें उच्च सदन में क्या सचमुच लाया जाएगा? उल्लेखनीय है कि, पुणे के अनेक पदाधिकारियों ने सुनेत्रा पवार को राज्यसभा पर भेजे जाने की मांग उठाई है.
* पार्थ पवार भी इच्छुक
राज्यसभा की सीट के लिए राकांपा में एक दर्जन लोग इच्छुक रहने की जानकारी देते हुए सूत्रों ने दावा किया कि, अजीत पुत्र पार्थ पवार भी उनमें शामिल है. उन्होंने मंगलवार को पार्टी कार्याध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और प्रदेशाध्यक्ष सुनील तटकरे से भेंट की थी. बताते हैं कि, पार्थ लोकसभा चुनाव मैदान में उतरने के इच्छुक थे. वहां अवसर नहीं मिलने से उन्हें राज्यसभा पर भेजे जाने के बारे में उत्सुकता है. कल गुरुवार 13 जून को दोपहर तीन बजे तक नामांकन दाखिल किया जाना है. जिससे अंदाजा बताया जा रहा कि, पार्थ को राज्यसभा भेजकर केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी शामिल किया जा सकता है.
* सुनेत्रा के लिए प्रस्ताव पारित
लोकसभा चुनाव में बारामती सीट से ननदबाई सुप्रिया सुले के हाथों पराजित अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को उच्च सदन में भेजे जाने की मांग पार्टी कार्यकर्ताओं ने उपस्थित की है. पुणे शहर और जिले में पार्टी विस्तार और संगठन को मजबूत करने के लिए यह मांग की जा रही है. बाकायदा बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया है. एक गट चाहता है कि, सुनेत्रा पवार को उच्च सदन में भेजा जाए. काटेवाडी के कार्यकर्ताओं ने अजीत पवार को पत्र भेजकर अपनी मांग रखी है. उनका कहना है कि, सुनेत्रा पवार ने निर्मल ग्राम, स्वच्छता व पर्यावरण क्षेत्र में बडा काम किया है.
* छगन भुजबल का नाम भी चर्चित
पार्टी से वरिष्ठ नेता और प्रदेश सरकार में मंत्री छगन भुजबल को भी उच्च सदन में भेजे जाने की मांग कुछ पदाधिकारी कर रहे हैं. इससे ओबीसी वर्ग को खुश किया जा सकेगा, ऐसा इन पदाधिकारियों का मानना है.

Related Articles

Back to top button