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नागपुर/ दि. 19- बंबई उच्च न्यायालय ने राज्य शासन से प्रश्न किया है कि क्या विशिष्ट परिस्थिति में मां की जाति अथवा सामाजिक स्थिति के आधार पर संतान को जाति प्रमाणपत्र दिया जा सकता है क्या ? मंगलवार को कोर्ट की खंडपीठ ने इस बारे मेंं विशेष समिति बनाने के निर्देश दिए.
30 वर्षीय स्वानुभूति जीवराज जैन ने कोर्ट में याचिका दायर की है. उनकी मां दर्जी समाज की है. इसी आधार पर स्वानुभूति ने अपने लिए ओबीसी जाति प्रमाणपत्र चाह है. उन्होंने अर्जी में मां की जाति दर्ज करने पोर्टल में परिवर्तन करने की मांग की थी. यह याचिका नामंजूर कर दी गई.