वर्धा/ दि. 3- बदनामी के कारण किसी का गुस्सा होना लाजमी माना जाता है. किंतु इस बात को लेकर किसी को यमलोक पहुंचा देना , कम ही सुनने, देखने में आता है. वर्धा जिले के गिरड में दारोडा की गीता नंदकिशोर सावले की हत्या इसी कारण किए जाने का भयंकर खुलासा पुलिस की तहकीकात में हुआ है.
जानकारी के अनुसार समुद्रपुर तहसील अंतर्गत गिरड परिसर में महिला का कंकाल मिला था. वहां कपडे, जेवर, मेडिकल पट्टा भी बरामद हुआ. 8 नवंबर को पुलिस ने अकस्मात मौत का केस दर्ज कर जांच शुरू की. तब पता चला कि दारोडा की गीता सावले लापता है. वडनेर थाने में उसकी रिपोर्ट लिखाई गई है.
55 साल की यह महिला मूल रूप से चंद्रपुर की निवासी है. खोई गई महिला के वर्णन में बताये गये कपडे और घटनास्थल से मिले कपडे एक जैसे होने से पुलिस जांच को बल मिला. मृत महिला के पति नंदकिशोर सावले ने शिकायत दी. सावले ने गांव के ही आरोपी सुरेश बावने पर शक जताया. बावने के किसी महिला से अवैध संबंध होने की बदनामी गीता सावले द्बारा किए जाने का उसे शक था. इसलिए आरोपी बावने ने गीता को मार डाला. तकनीकी सबूत पुलिस ने जुटाए. पुलिस के अनुसार घटना के दिन मृत महिला और आरोपी बावने दोनों साथ थे. बावने को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने अपराध कबूल कर लिया. बावने ने मृत महिला के अलावा अन्य महिला से भी प्रेम संबंध बनाए थे. जिससे गीता नाराज हो गई थी. फिर भी उसने गीता से प्यार भरी बातें की . उसे जंगल में ले गया. उससे शारीरिक संबंध किए. फिर गले पर चाकू से वार कर मार डाला.
पुलिस अधीक्षक अनुराग जैन, अपर अधीक्षक सागर कवडे, उपविभागीय पुलिस अधिकारी रोशन पंडित के मार्गदर्शन में गिरड के थानेदार संदीप गाडे, वडनेर के थानेदार लक्ष्मण लोकरे, सायबर सेल के भुजाडे, अनूप सावले, गोविंद मुंडे, गोमेद पाटिल, असीम शेख, अनूप टपाले, मंगेश हेमके के दल ने कार्रवाई की.