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अमरावती मामले में ‘उंगली’ न करें फडणवीस

शिवसेना नेता संजय राउत ने चेताया

* बोले : केवल हिंदूओं पर नहीं सभी दंगाईयों पर हो रही कार्रवाई

* सरकार कर रही रजा अकादमी को प्रतिबंधित करने पर विचार

मुंबई/दि.22- राज्य के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस किसी समय राज्य के मुख्यमंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर रह चुके है. अत: उन्होंने अमरावती जैसी घटनाएं दुबारा घटित न हो, इस बात के लिए आवश्यक प्रयास करते हुए वातावरण को शांत करने का प्रयास करना चाहिए. साथ ही आग में तेल नहीं डालना चाहिए. अत: बेहतर रहेगा कि, वे अमरावती के मामले में ‘उंगली’ करना बंद करे. इस आशय का प्रतिपादन शिवसेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सांसद संजय राउत द्वारा किया गया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, भाजपा के कुछ नेताओं पर कार्रवाई किये जाने का यह कतई मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए कि, केवल हिंदूओं के खिलाफ ही कार्रवाई की जा रही है. यह मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे की सरकार है, जो कानूनी कार्रवाई करते समय किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं करती और जितने भी दंगाई अमरावती में हिंसा फैलाने के लिए जिम्मेदार है, उन सभी दंगाईयों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जायेगी.
बता दें कि, गत रोज अमरावती के दौरे पर रहते समय नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया था कि, अमरावती की पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के इशारे पर प्रशासन दबाव में आकर केवल भाजपा नेताओं व पदाधिकारियोें के खिलाफ ही कार्रवाई कर रहा है और हिंदूओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. जिस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सांसद संजय राउत ने उपरोक्त प्रतिपादन किया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा रजा अकादमी को प्रतिबंधित करने पर भी विचार कर रही है. जिसके बारे में मुख्यमंत्री व गृहमंत्री द्वारा जल्द ही आवश्यक निर्णय लिया जायेगा. अत: भाजपा ने बेवजह अपनी आक्रामकता दिखाकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए दंगे भडकाने का प्रयास कतई नहीं करना चाहिए. भाजपा द्वारा अब भी दिखाई जा रही आक्रामक भूमिका पर सवाल उठाते हुए सांसद संजय राउत ने यह सवाल भी दागा कि क्या भाजपा एकबार फिर दंगे और तनाव को भडकाना चाहती है.
साथ ही उन्होंने यह भी जानना चाहा कि, आज रजा अकादमी पर प्रतिबंध लगाने की मांग करनेवाली भाजपा ने खुद सत्ता में रहते समय रजा अकादमी पर कोई प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया.

* कभी-कभी खुफिया विभाग फेल हो जाता है

अमरावती की घटना के बाद जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा था कि, इस मामले को लेकर खुफिया विभाग स्थिति का आकलन करने में नाकाम रहा. इस ओर ध्यान दिलाये जाने पर सांसद संजय राउत ने कहा कि, कभी-कभी इंटेलिजन्स वाले भी नाकाम हो जाते है. ऐसा इससे पहले कश्मिर व त्रिपुरा सहित देश के कई हिस्सों में कई घटनाओं को लेकर हो चुका है, लेकिन इसके बावजूद अमरावती में हालात को तुरंत ही नियंत्रित करते हुए शांत कर लिया गया. यह सबसे बडी बात है. अत: अब ‘इधरवालों’ और ‘उधरवालों’ ने नाहक ही एक-दूसरे को ‘उंगली’ नहीं करनी चाहिए.

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