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बीज व वस्तु विक्री से 100 सोसायटी होगी मालामाल

4 सोसायटियों में मिलेगी जेनेरिक मेडिसीन

* 9 सोसायटियों को सीएससी सेंटर का मिला काम
* सेवा सहकारी संस्थाओं का होगा सक्षमीकरण
अमरावती/दि.27– आय का स्त्रोत नहीं रहने के चलते सहकार क्षेत्र की नींव रहने वाली सेवा सहकारी सोसायटियां हमेशा ही आर्थिक दिक्कतों से जुझती रहती है और कई सेवा सहकारी सोसायटियां बंद होने की कगार पर है. जिसे देखते हुए सरकार ने सेवा सहकारी सोसायटियों को 150 से अधिक वस्तु व सेवा उपलब्ध कराने का अवसर प्रदान करने से संबंधित निर्णय लिया है. जिसके अनुसार जिले में करीब 100 सहकारी सेवा सहकारी सोसायटियों को भारतीय बीज निगम का लाईसेंस, 4 सोसायटियों को जेनेरिक मेडिसीन व 9 सोसायटियों को सीएससी सेंटर की सेवा व सुविधा उपलब्ध कराने की अनुमति दी है. जिसके चलते आने वाले वक्त में यह सभी सेवा सहकारी सोसायटियां मालामाल हो सकती है.
इस उपक्रम के पहले चरण में जिले की 214 सोसायटियों का समावेश है. इन सभी सोसायटियों को खुद से संबंधित सूचना व तकनीकी जानकारी ऑनलाइन तरीके से भरनी पड रही है. परंतु पोर्टल की रफ्तार सुस्त रहने के चलते इस काम में बाधा उत्पन्न हो रही है. ज्ञात रहे कि, जिले में 601 सेवा सहकारी सोसायटियां है. जिसमें से कुछ अपवादों को छोडकर अन्य सोसायटियों में कर्मचारियों का वेतन अदा होना भी मुश्किल है. जिले में बैंकों के कर्ज वितरण के जरिए मिलने वाले कमिशन को छोडकर अन्य किसी भी तरह की आय का स्त्रोत इन सहकारी संस्थाओं के पास नहीं है. ऐसे में इन सहकारी संस्थाओं का आर्थिक सक्षमीकरण हो और इस जरिए प्रत्येक गांव में वित्तीय सुविधा के साथ-साथ विविध वस्तुओं व सेवाओं की सुविधा उपलब्ध हो, इस हेतु केंद्र सरकार के जरिए इन सभी सहकारी संस्थाओं का संगणकीकरण किया जा रहा है.
* संस्थाओं के लिए उपलब्धि वाला मौका
ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए किसानों के खाते में कर्ज व अन्य लाभ जमा तथा विभिन्न तरह के प्रमाणपत्र गांव में ही मिलने शुरु होंगे. जिसके चलते किसानों एवं गांववासियों को तहसील मुख्यालय जाने की जरुरत नहीं रहेगी. संस्थाओं की कर्ज वसुली के लिए ‘कर्म पत्र’ के जरिए संस्थाओं को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आएगी. इसके अलावा सोसायटियों के संगणकीकरण की वजह से अन्य कई लाभ भी होंगे.
* किस सोसायटी को कौनसा अवसर मिला
– सीएससी सेंटर
शिंगणापुर, काकडा, खानापुर, भापकी, हातुर्णा, सातेगांव, दहीगांव, हातोंडा व भातकुली सोसायटी.

– जेनेरिक मेडिकल
नेरपिंगलाई, येवदा, शिंगणापुर व संतरा बागायतदार सहकारी संस्था (वरुड)

– इसके अलावा 100 सहकारी संस्थाओं को भारतीय बीज निगम सहित अन्य बीज संस्थाओं के बीज विक्री हेतु लाईसेंस प्रदान

* सोसायटियों का आर्थिक सक्षमीकरण करने के साथ ही संगणकीकरण करने के चलते किसानों को उनके दरवाजे तक वित्तीय सहायता के साथ ही बीज व अन्य कई तरह की सेवाएं व सुविधाएं उपलब्ध होगी. जिसके जरिए सभी सहकारी सेवा सोसायटियों की स्थिति मजबूत होगी.
– शंकर कुंभार,
जिला उपनिबंधक

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