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नकली आभूषण देकर 15 ग्राहकों ने लिया ‘गोल्ड लोन’

76 लाख रुपए से शिक्षक सहकारी बैंक को ठगा

नागपुर /दि. 23– नकली आभूषण देकर 15 ग्राहकों ने ‘गोल्ड लोन’ लेते हुए शिक्षक सहकारी बैंक से जालसाजी की है. इन आरोपियों ने बैंक से 37 लाख रुपए का कर्ज लिया था और ब्याज सहित यह आंकडा 76 लाख रुपए पर पहुंच गया था. कर्ज अदा न करने के कारण गिरवी रखे आभूषणों की जांच की गई तब यह मामला उजागर हुआ. पुलिस ने कर्ज देते समय जिस ज्वेलर्स ने आभूषण की जांच का काम कर उसे उचित रहने का दावा किया था उसके विरोध में भी मामला दर्ज किया है. इस घटना के कारण खलबली मच गई है.
इस प्रकरण में शिक्षक सहकारी बैंक की मेडीकल चौक शाखा के व्यवस्थापक गिरीश आंबेकर ने शिकायत दर्ज की है. आरोपियों के नाम अनिल रामचंद्र उरकुडे, ग्राहक नरेश खंडारे, खेमीन प्रकाश साहू, रिमा प्रशांत मिसाल, रोहित दामोधर धार्मिक, गौरव तारासिंग काले, अंकुश प्रकाशराव अडूलकर, देवेंद्र सुरेशराव तुमाने, आशिश प्रकाश टेटे, अमित सुभाष मदने, मनीषा राजेंद्र फाये, राजेंद्र वसंतराव फाये, नूतन दिनकरराव भोयर, कृणाल मोहन डाखोले, प्रतिक मनोहरराव गुरव, प्रणय गजानन वाजे है. इन आरोपियों ने गोल्ड लोन लिया था. उनके द्वारा गिरवी रखे गए आभूषणों की जांच अनिल उरकुडे ने की थी और वह असली आभूषण रहने का दावा किया था. वैसा प्रमाणपत्र भी उन्होंने दिया था. लेकिन 15 ग्राहकों द्वारा कर्ज अदा न किए जाने से बैंक की तरफ से उन्हें नोटिस भेजी थी. उनका कोई भी जवाब न आने से बैंक ने और एक सराफा व्यापारी से आभूषणों की जांच की. इसमें यह आभूषण नकली रहने का मामला सामने आया. यह सभी आभूषण के खाते एनपीए हुए थे. व्यवस्थापक गिरश आंबेकर की शिकायत पर जालसाजी का मामला दर्ज किया गया है.

* बैंक के तत्कालीन अधिकारी भी शामिल?
संबंधित आरोपी आभूषण जांच की नियुक्ति 2010 में हुई थी. उन्होंने 410 कर्जदारों के आभूषणों की जांच की थी. यह मामला इतने साल सामने न आने से विविध प्रश्न उपस्थित किए जा रहे है. बैंक के तत्कालीन अधिकारी भी इसमें शामिल है, इस दिशा में जांच की जा रही है.

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