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सोलर पैनल लगाया 2,657 उपभोक्ताओं ने

बढ़ते बिजली बिल से परेशान लोग सौर ऊर्जा बिजली उत्पादन की राह पर

अमरावती/दि.15– दिनोंदिन बढ़ते बिजली बिल से परेशान होकर अब लोग सौर ऊर्जा जैसे नवीकरणीय संसाधानों को अपना रहे हैं. जिले में करीबन 2657 उपभोक्ताओं ने अपनी इमारतों पर सोलर पैनल लगाया है. जिनमें घरेलू उपभोक्ताओं के साथ व्यवसायिक और इंडस्ट्रीयल ग्राहक भी बड़ी संख्या में हैं. सौर ऊर्जा बिजली उत्पादन की प्रणाली से न सिर्फ उनका बिजली बिल कम होगा, बल्कि पर्यावरण पूरक व्यवस्था में एक कदम बढ़ाने का संतोष मिलेगा.
महावितरण से मिली जानकारी के अनुसार अमरावती सर्कल में रुफटाप सोलर पैनल उपभोक्ताओं की संख्या 2657 हो गई है. जिला सर्कल में महावितरण के अचलपुर, अमरावती ग्रामीण, अमरावती अर्बन, मोर्शी ऐसे कुल 4 विभाग है. जिनमें अमरावती अर्बन विभाग में सबसे अधिक 2028 रुफ टाफ सोलर पैनल उपभोक्ता हैं. अमरावती शहरी विभाग में अमरावती 1, अमरावती 2, अमरावती 3 ऐसे कुल 3 उप विभाग. सभी उपविभाग अमरावती 1 (919), अमरावती 2 (206),अमरावती 3 (903) में सोलर रुफ टाफ उपभोक्ता हैं. शहरी विभाग के मुकाबले ग्रामीण में इसे बहुत कम रिस्पांस है.
अचलपुर विभाग में अचलपुर कैम्प, अचलपुर सिटी, अचलपुर 2, अंजनगांव, चिखलदरा, दर्यापुर, धारणी ऐसे कुल 7 उपविभाग हैं. सभी उपविभागों को मिलाकर अचलपुर विभाग में कुल 296 रुफटाप उपभोक्ता है. इन सभी उप विभागों में से अचलपुर 2 में सर्वाधिक 174 सोलर रुफ टाप उपभोक्ता हैं. शेष विभागों में अचलपुर कैम्प (8), अचलपुर सिटी 4, अंजनगांव 39, चिखलदरा 5, दर्यापुर 64, धारणी 2 में सोलर रुफ टाप उपभोक्ता हैं. मोर्शी विभाग में चांदूर बाजार,म मोर्शी 1, शेंदुरजनाघाट, वरुड 1, वरुड 2 कुल 5 उपविभागों को मिलाकर मोर्शी विभाग में कल 211 रुफटाप उपभोक्ता हैं. इन सभी उपविभागों में से वरुड 1 में सर्वाधिक 114 सोलर रुफ टाप उपभोक्ता हैं. बाकी उपविभागों में चांदूर बाजार (19), मोर्शी 1 (34), शेंदूरजनाघाट (27), वरुड 2 (17) में सोलर रुफ टाप उपभोक्ता है. अमरावती ग्रामीण भाग में अमरावती (रुरल), बडनेरा, भातकुली, चांदूर रेल्वे, धामणगांव, नांदगांव खंडेश्वर,तिवसा ऐसे कुल 7 उप विभाग है. सभी उपविभागों को मिलाकर सिर्फ 122 रुफटाप उपभोक्ता हैं. इन सभी उपविभागों में से वरुड 1 में सर्वाधिक 114 सोलर रुफ टाप उपभोक्ता हैं. बाकि उप विभागों में अमरावती रुरल (36), बडनेरा (33), भातकुली (5), चांदूर रेल्वे (18), धामणगांव (15), नांदगांव खंडेश्वर (6), तिवसा में (9) सोलर रुफ टाप उपभोक्ता हैं.
* सरकार की ओर से सब्सिडी
सौर ऊर्जा कभी खत्म न होने वाला संसाधन है व यह नवीकरणीय संसाधनों का सबसे बेहतर विकल्प है. सौर ऊर्जा वातावरण के लिए भी लाभकारी है. सौर ऊर्जा के पैनलों (सौर ऊर्जा की प्लेट) को आसामनी से घरों में कही पर भी रखा जा सकता है. इसलिए ऊर्जा के अन्य स्त्रोतों की तुलना में यह काफी सस्ता भी है. सरकार द्वारा ग्रिड कनेक्टेड रुफटॉप और छोटे सौर ऊर्जा संयंत्र कार्यक्रमों का भी क्रियान्वयन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के तहत सामान्य श्रेणी वाले राज्यों में आवासीय, संस्थागत व सामाजिक क्षेत्रों में इस तरह की परियोजनाओं के लिए बेंचमार्क लागत के 30 प्रतिशत तक और विशेष श्रेणी वाले राज्यों में बॅचमार्क लागत के 70 प्रतिशत तक केंद्रीय वित्त सहायता मुहैया कराई जा रही है.

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