अन्यअमरावती

सेवामुक्त ड्राइवर के नाम पर ले लिए 3.7 लाख

भांडा फूटते ही रकम लौटाई

मनपा के स्वास्थ्य विभाग में कारनामा
अमरावती/दि.5- महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग में सेवामुक्त किए गए चालक के नाम पर डेढ़ साल तक बराबर वेतन वसूला गया. हाल ही में उस चालक ने आयुक्त के पास शिकायत की, तब भांडा फूटा. आनन फानन में जिस व्यक्ति ने वेतन हड़प लिया था, उसने तीन लाख रुपए मनपा को लौटा दिए. मगर मामला गंभीर होने से संबंधितों पर तत्काल और कड़ी कार्रवाई की मांग हो रही है. आयुक्त पवार क्या निर्णय देते हैं, यह अगले सप्ताह पता चलेगा.
जानकारी के अनुसार मनपा का दसरा मैदान से सटा लाल दवाखाना आयसोलेशन है. वहां ठेका पद्धति पर एम्बुलेंस चलाने पीयूष बोबडे और चंद्रशेखर कहाले सेवारत थे. कोरोना महामारी के पश्चात कहाले को सेवामुक्त कर दिया गया. किन्तु उनकी तनख्वाह बराबर ली जा रही थी. कहाले सेवा में बने हैं, ऐसा आभास वरिष्ठ अधिकारियों को कराया गया. नोटशीट में भी कहाले के नाम से वेतन का भुगतान किया गया. ध्यान में आया कि यह पगार पीयूष बोबडे नामक कर्मचारी ले रहा है.
इस संदर्भ में कहाले ने तत्कालीन आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर के पास शिकायत दी. आष्टीकर ने स्वास्थ्य महकमे से खुलासा मांगा. तब सच्चाई उजागर हुई.
मनपा में कहा जा रहा कि अकेले ठेका पद्धति के कर्मचारी का इतना साहस नहीं हो सकता. इसमें अनेक लोग लिप्त होने का दावा किया जा रहा है. उधर प्रशासन ने स्पष्टीकरण दिया कि वेतन के रुप में 3 लाख 70 हजार रुपए लेने वाले से 3 लाख की राशि प्रशासन को प्राप्त हो गई है. फिर भी संबंधितों पर तत्काल कार्रवाई की मांग हो रही है.

प्रकरण आयुक्त के पास
इस मामले में नोटशीट तैयार कर आयुक्त को भेजी गई है. संबंधित कर्मचारी पर 3 लाख 70 हजार की रिकवरी थी. उसमें से 3 लाख रुपए लौटा दिए गए हैं. मामला आयुक्त के पास भेजे जाने से उस पर निर्णय का अधिकार नहीं है.
-मेघना वासनकर, उपायुक्त

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