राज्य में डेंग्यू के 6374 मरीज, 11 की मृत्यु
चिकनगुनिया के भी मरीजों की संख्या पहुंची 1 हजार 537 के पार
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छोटे बच्चों में भी संसर्ग रोग का प्रमाण अधिक
नाशिक/दि.24 – राज्य में कोरोना से दिलासा मिलते ही डेंग्यू व चिकनगुनिया इन विषाणुजन्य बीमारी का प्रमाण काफी बढ़ा है. अब तक डेंग्यू के 6,374 मरीज पाए गए हैं. डेंग्यू के कारण मृत मरीजों की संख्या 11 से अधिक हुई है. चिकनगुनिया के भी मरीजों की संख्या 1,537 से अधिक पाये गए. इनमें अधिकांश केसेस विदर्भ की है. छोटे बच्चों में भी यह संसर्ग होते दिखाई देने पर घबराने की बजाय उचित उपचार करवाने का आवाहन स्वास्थ्य विभाग व्दारा किया गया है.
गत सप्ताहभर में कोरोना पॉजीटीव की संख्या कम हो रही है फिर भी विषाणुजन्य संसर्ग का प्रमाण बढ़ा है. इसमें डेंग्यू, चिकनगुनिया व आरएसवी इस संसर्ग के मरीज पाये जा रहे हैं. छोटे बच्चों में यह संसर्ग गंभीर रुप धारण करने से बच्चों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है. मात्र यह बीमारी जानलेवा न होकर इसका कोरोना से संबंध न होने से पालकों को न घबराने का आवाहन स्वास्थ्य खाते की ओर से किया गया है. कम न होने वाला बुखार, पैरों के स्नायुओं में सूजन, उल्टीयां होना या पेट दर्द ऐसे लक्षण इस बीमारी में दिखाई दे रहे हैं. बाल रुग्णालय में बड़े पैमाने पर बच्चों को उपचार के लिए भर्ती किया गया है.
इस तरह बरते सावधानी
– डेंग्यू के मरीजों की पैदास न हो, इसलिए खुले पर पानी जमा कर न रखे.
– यह मच्छर दिन में घुमने वाला होने से घर के साथ ही कार्यालय के स्थान पर भी खुले में व जमा किया पानी न रखे.
– डॉक्टरों की सलाह के बगैर परस्पर गोलियां न ले. उचित निदान व तुरंत उपचार करें.
बच्चों में आरएसवी का संसर्ग
यह बीमारी सामान्यतः बारिश के दिनों में होेने वाली है. इसमें बुखार शरीर में दर्द यह कोरोना सदृश्य लक्षण पाये जाने पर लोगों को घबराना नहीं चाहिए. 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों में थोड़े गंभीर लक्षण दिखाई देने से उन्हें अस्पताल में दाखल करना पड़ता है. इसमें आरएसवी विषाणु का संसर्ग दिखाई दे रहा है.
– डॉ. प्रदीप आवटे, साथरोग नियंत्रक अधिकारी