पूर्ण बहुमत या हंग असेंबली?
कल मतगणना, काउंट डाउन शुरु, तमाम तैयारियां पूरी, प्रत्याशियों सहित मतदाताओं में उत्सुकता
* दोपहर 12 बजे तक आर या पार, किसकी बनेगी सरकार
* इस बार किसे मिलेगा बहुमत, किसके हाथों में मतदाता सौंपेंगे महाराष्ट्र की सत्ता
* 288 सीटों में से किसके हिस्से में आएगी कितनी सीटें, कयासों व चर्चाओं का दौर हुआ तेज
* जिले के 16.69 लाख मतदाताओं सहित राज्य के 6.31 करोड मतदाता हैं भाग्यविधाता
अमरावती/दि.22 – विगत माह 15 अक्तूबर को निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव की घोषणा किये जाने के साथ ही शुरु हुए चुनावी धामधूम विगत बुधवार 20 नवंबर को हुए मतदान के साथ खत्म हो गई. वहीं अब सभी की निगाहे कल शनिवार 23 नवंबर को होने जा रही मतगणना की ओर टिकी हुई है और हर किसी में यह उत्सुकता देखा जा रही है कि, इस बार राज्य की 288 सीटों में से किस पार्टी व गठबंधन को कितनी सीटें मिलती है तथा राज्य के 6.31 करोड मतदाताओं द्वारा महाराष्ट्र में सत्ता की चाभी किसे सौपी जाएगी. साथ ही सबसे बडी उत्सुकता इस बात को लेकर देखी जा रही है कि, राज्य में इस बार किसी गठबंधन की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनती है, या फिर बहुमत के अभाव की वजह से जोड-तोड की राजनीति करते हुए किसी गठबंधन द्वारा त्रिशंकु विधानसभा यानि हंग असेंबली का गठन किया जाता है. इन तमाम सवालों के जवाब कल दोपहर 12 बजे के आसपास पूरी तरह से स्पष्ट हो जाएंगे. जब अमरावती जिले के 8 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों सहित राज्य के सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के चुनावी नतीजे एक साथ घोषित होने शुरु हो जाएंगे. बता दें कि, विधानसभा चुनाव हेतु अमरावती जिले के 25.46 लाख मतदाताओं में से 65.57 फीसद यानि 16.69 लाख तथा राज्य के 9.70 करोड में 65.11 यानि 6.31 करोड मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया था.
ज्ञात रहे कि, विगत 15 अक्तूबर को निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी की गई थी. जिसके बाद नामांकन दाखिल करने व नामांकन पीछे लेने की प्रक्रिया 4 नवंबर तक चली और 5 नवंबर से चुनाव प्रचार की धामधूम शुरु होकर 20 नवंबर को पूरे राज्य की सभी 288 सीटों पर एक ही चरण के तहत मतदान कराया गया. इस चुनाव में मुख्य प्रतिद्वंदी के तौर पर महायुति व महाविकास आघाडी एक-दूसरे के आमने-सामने रहे. जिसमें से महायुति में शामिल भाजपा ने 148, शिंदे गुट वाली शिवसेना ने 81 व अजीत पवार गुट वाली राकांपा ने 59 सीटों पर अपने प्रत्याशी खडे किये. इसमें से भाजपा ने अपने हिस्से में रहने वाले 148 सीटों में से 7 सीटें अपने सहयोगी दलों सहित कुछ निर्दलियों के हिस्से में छोडी थी. वहीं महाविकास आघाडी के तहत कांग्रेस ने 100, शिवसेना उबाठा ने 95 व शरद पवार गुट वाली राकांपा ने 86 सीटों पर अपने प्रत्याशी खडे करने के साथ ही 7 सीटों पर घटक दलों के प्रत्याशियों व निर्दलीय प्रत्याशियों को अपना समर्थन घोषित किया था. यानि राज्य की सभी 288 सीटों पर महायुति व महाविकास आघाडी के प्रत्याशी एक दूसरे के आमने सामने थे. इन दोनों प्रतिद्वंदी गठबंधनों में शामिल 6 प्रमुख राजनीतिक दलों के साथ ही इस बार के चुनावी अखाडे में 158 राजनीतिक दलों द्वारा हिस्सा लिया गया था. जिसमें से बसपा ने सर्वाधिक 237 सीटों पर अपने प्रत्याशी खडे किये थे. वहीं एमआईएम ने भी 17 सीटों पर प्रत्याशी खडे करते हुए चुनाव लडा. इस बार राज्य की 288 सीटों पर 2986 निर्दलीय प्रत्याशियों द्वारा भी चुनाव लडा गया. जिनमें 150 से अधिक प्रत्याशी ऐसे रहे जिन्होंने खुद को टिकट नहीं मिलने पर अपने ही राजनीतिक दलों के खिलाफ बगावत की थी. जिसके चलते राज्य के सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रोें में कुल प्रत्याशियों की संख्या 4 हजार 136 रही. जिनके भाग्य का फैसला राज्य के 9 करोड 70 लाख 25 हजार 119 मतदाताओं द्वारा 1 लाख से अधिक मतदान केंद्रों पर किया गया. इन मतदाताओं में 5 करोड 22 लाख 739 पुरुष, 4 करोड 69 लाख 96 हजार 279 महिला व 6 हजार 101 तृतीयपंथी मतदाताओं का समावेश रहा. जिनमें से 65.11 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए 4 हजार 136 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद कर दिया है. जिसका खुलासा अब कल 23 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरु होने वाली मतगणना की प्रक्रिया पूरी होने के बाद होगा तथा अनुमान जताया गया है कि, दोपहर 12 बजते-बजते मतगणना पूरी होकर सभी निर्वाचन क्षेत्रों के चुनावी नतीजे स्पष्ट हो जाएंगे.
* अमरावती की 8 व विदर्भ की 62 सीटों पर टिकी सभी की निगाहे
विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती जिले के 8 व विदर्भ क्षेत्र की 62 सीटों के चुनावी नतीजों पर सभी की निगाहे टिकी हुई है. क्योंकि विगत कुछ चुनावों को देखते हुए यह माना जाने लगा है कि, महाराष्ट्र की सत्ता का रास्ता विदर्भ व अमरावती से होकर ही गुजरता है. ऐसे में विदर्भ क्षेत्र में किस गठबंधन व पार्टी को ज्यादा सीटें मिलती है. इस ओर सभी की नजरें लगी हुई है. बता दें कि, अमरावती निर्वाचन क्षेत्र की 8 सीटों हेतु चुनावी मैदान में कुल 160 प्रत्याशी थे. जिनके भाग्य का फैसला 25 लाख 46 हजार 458 मतदाताओं द्वारा किया जाना था और इनमें से 65.57 फीसद मतदाताओं ने 8 निर्वाचन क्षेत्रों से 2 हजार 682 मतदान केंद्रों पर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. वहीं विदर्भ क्षेत्र की 62 सीटों हेतु कुल 1 हजार 23 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे. जिनके भाग्य का फैसला विदर्भ क्षेत्र के लगभग 2 करोड मतदाताओं द्वारा किया जाना था और पूरे विदर्भ क्षेत्र के 11 जिलों में भी औसत 65 फीसद के आसपास मतदान हुआ है तथा 21841 मतदान केंद्रों पर इन 1023 प्रत्याशियों के राजनीतिक भविष्य का निर्णय ईवीएम में कैद हो गया है. जिसका खुलासा अब कल होने वाली मतगणना के साथ होगा.