अमरावती/दि.21– विगत कई दिनों से मणिपुर में प्रचंड हिंसाचार शुरु है. किंतु इस ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जानबूझकर इस ओर अनदेखी कर रहे हैं. हिंसाचार की आग में जल रहे मणिपुर में दो असहाय महिलाओं को नग्न करके उनका जुलूस निकाला गया, उन पर सामूहिक अत्याचार कर जघन्य हत्या कर दी गई. किंतु इस निंदनीय घटना के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने एक शब्द भी नहीं कहा. इस घटनाक्रम से यह सिद्ध होता है कि मणिपुर में भाजपा का नहीं, बल्कि हैवानों का राज्य है और यदि मणिपुर इस देश का एक भाग है, आप इस बात को मानते हैं, तो इस बात की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार कर प्रधानमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए. ऐसी मांग विधायक यशोमति ठाकुर ने प्रसार माध्यमों से बातचीत के दौरान की. मणिपुर में फिलहाल प्रचंड हिंसाचार जारी है. किंतु इस राज्य में भाजपा की सत्ता होने के बावजूद भी केंद्र सरकार जानबूझकर अनदेखी कर रही है. दो दिनों पूर्व दो महिलाओं के साथ सामूहिक अत्याचार करके जघन्य हत्या करने का वीडियो हाल ही में वायरल हुआ.
इस निंदनीय घटना का तीव्र निषेध करते हुए विधायक यशोमति ठाकुर संतप्त हो गई थी. जिस देश में महिलाओं पर इस प्रकार अत्याचार होता हो वहां कैसा लोकतंत्र है? इसके बावजूद भी केंद्र सरकार और राज्य की भाजपा सरकार कोई दखल नहीं लेती ऐसी स्थिति में वहां हैवानों का ही राज्य है, ऐसा कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी. लगभग 77 दिन इस लज्जास्पद घटना को दबाकर रखा जाता है. किंतु आप का यह पाप अधिक दिन नहीं छिपेगा. राज्य की जतना और नियति आप को कभी माफ नहीं करेगी. आपको केवल सत्ता की लालसा है, इस घटना से यही स्पष्ट होता है, ऐसा आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि, इस हिंसाचार ओर लज्जास्पद घटना की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार कर प्रधानमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए.