अद्वैत विदर्भ ट्रॉफी समारोह का उद्घाटन

विदर्भ की 19 नाट्य संस्थाओं ने लिया सहभाग

अमरावती /दि.2– अद्वैत विदर्भ ट्रॉफी समारोह का शानदार उद्घाटन हुआ. स्थानीय अद्वैत संस्था के माध्यम से अद्वैत विदर्भ ट्रॉफी 2025 विदर्भ स्तरीय मराठी ओपन एकांकिका स्पर्धा का आयोजन सिपना इंजीनिअरिंग कॉलेज परिसर में किया गया था. जिसमें विदर्भ की 19 नाट्य संस्थाओं ने सहभाग लिया. समारोह का उद्घाटन फिल्म व नाट्य प्रसिद्ध दिग्दर्शक विशाल खिरे ने किया व अध्यक्षता लोभस घडेकर ने की तथा प्रमुख अतिथि के तौर पर अरुण घडेकर, देवा शेडमा, स्पर्धा के परिक्षक अविनाश कोल्हे, परिक्षक विश्वास पांगारकर, संजीवनी पुरोहित, रमेश तराल उपस्थित थे.
इस अवसर पर उद्घाटक विशाल खिरे ने बताया कि, समाज को सुसंस्कृत रखना हो तो सांस्कृतिक अभियान को जिंदा रखना जरुरी है. वहीं कार्यक्रम के अध्यक्ष लोभस घडेकर ने कहा कि, घर का उपर का स्थान प्राप्त करने सभी तैयार रहते है. लेकिन घर की नीव का पत्थर बनने का काम अद्वैत संस्था कर रही है. इस वर्ष का अद्वैत विदर्भ ट्रॉफी समारोह स्व. डॉ. संध्या घडेकर, स्व. शुभदा ओक को समर्पित कर उनकी स्मृति में आयोजित किया गया था. इस उपलक्ष्य में अमरावती के वरिष्ठ नाट्य कलाकार डॉ. श्याम देशमुख के 40 वर्ष से लगातार नाट्य कार्यो की दखल लेकर अद्वैत नाट्य जीवनगौरव पुरस्कार 2024, उसी प्रकार झाडीपट्टी रंगभूमि पर 30 वर्षों से नाटक का सफर शुरु रखनेवाले वरिष्ठ कलाकार लालचंद उसेंडी उर्फ पी. लालचंद को पुरस्कार प्रदान किया गया.
सर्वप्रथम द्वीप प्रज्वलन कर मान्यवरों का स्वागत व मनोगत के बाद अद्वैत अमरावती निर्मित धनंजय सरदेशपांडे द्वारा लिखित तथा विशाल तराल द्वारा दिग्दर्शित बाल नाटक ‘तेरा मेरा सपना’, ‘टीवी हो अपना’ ने बाल राज्य नाट्य स्पर्धा में पुरस्कार प्राप्त नाटक के बाल कलाकार स्वेहा तराल, स्वरा ठाकरे, अवनी लोंढेकर, आर्या मांडवे, तन्मय पारेकर, संकेत दिवे, सक्षम तायडे, आलोप पाथरकर, केतन सुलके, स्वर्णिम शिवणकर, अद्वैत तराल, तृप्ती मेश्राम व तुषार ठक्कर का सत्कार किया गया. ‘उत्तरायण’ नामक एकांकिका से स्पर्धा की शुरुआत हुई. उद्घाटन समारोह का प्रास्ताविक संजीवनी पुरोहित ने व संचालन रसिका वडनेरकर ने किया तथा आभार विशाल तराल ने माना. समारोह को सफल बनाने तृप्ती मेश्राम, स्वाती तराल, अनुराग वानखडे, अजय इंगले, तुषार ठक्कर, इशिता वरघट, स्वेहा तराल, अद्वैत तराल व समाधान तांबे ने अथक प्रयास किए.

Back to top button