अंबादेवी की नगर प्रदक्षिणा, हजारों भाविकों ने किए दर्शन
कार्तिक महोत्सव पूर्ण, हुई प्रक्षाल पूजा भी
अमरावती/दि.20 – कार्तिक महोत्सव काकडा आरती के समापन अवसर पर श्री अंबादेवी संस्था द्वारा गत रविवार को निकाली गई उत्सव मूर्ति की रथयात्रा में हजारों श्रद्धालु उत्साह से देवी का जयकारा लगाते हुए सहभागी हुए. उसी प्रकार शहर के विभिन्न मार्गो से गई रथयात्रा में उत्सव मूर्ति के दर्शन हेतु भाविक उमडे.
* सैकडों वर्षों की परंपरा
कार्तिक महोत्सव उपलक्ष्य नगर भ्रमण की यह परंपरा सैकडों वर्षों से आज तक शुरु है. श्री अंबादेवी की मूर्ति फूलों से सजाई गई पालखी में विराजित की गई. ढोलताशे और ताल-मृदंग के निनाद में दिंडीया भी पालखी, रथयात्रा में सहभागी हुई. शहर के अंबागेट, बजरंग चौक, बुधवारा, भाजीबाजार, दहीसाथ, सराफा, सक्करसाथ, जवाहर गेट, प्रभात चौक, जयस्तंभ, श्याम, राजकमल, गांधी चौक होते हुए रथयात्रा पुन: अंबादेवी मंदिर में आई. महिलाओं ने घरों के बाहर रंगोली निकालकर रथयात्रा का स्वागत किया.
* हजारों ने किए दर्शन, पूजन
नगर भ्रमण दौरान परकोटे के भीतर और बाहर दोनों ओर श्रद्धालुओं ने रथयात्रा का स्वागत कर पालखी में विराजित उत्सव मूर्ति का दर्शन व पूजन किया. उसी प्रकार श्रद्धापूर्वक रथयात्रा में सभी सहभागी हुए. कई लोगों ने पालखी पर फूल बरसाए. आरती उतारकर भी अपनेआप को धन्य किया. यात्रा दौरान श्रद्धालुओं के लिए जल, शीतल पेय, विविध प्रकार के प्रसाद, नाश्ता का आयोजन रखा गया था.
* प्रक्षाल पूजा में 4 हजार श्रद्धालु
18 नवंबर को देवी की प्रक्षाल पूजा की गई. भावमूर्ति को माखन लगाया गया. सिर पर पानी डालकर स्नान करवाया गया. मान्यता है कि, सर्दियों में त्वचा शुष्क हो जाती है. अत: माखन, खोबरे का तेल की मालिश कर त्वचा को नर्म और चमकदार रखा जाता है. इसलिए अंबा माता को भी ठंड के दिनों में त्वचा शुष्क होने की तकलीफ न होवे, इस भावना से श्रद्धालुओं ने भावमूर्ति को माखन लगाया. 4 हजार से अधिक श्रद्धालु उपस्थित रहने की जानकारी संस्थान ने दी.