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अमरावती, यवतमाल जिले की बढती किसान आत्महत्या की तरफ खींचा ध्यान

उपसभापति निलम गोर्‍हे का मुख्य सचिव को पत्र, उपाय योजना करने के लिए निर्देश

अमरावती – /दि.15   अतिवृष्टि के कारण फसल नष्ट होने और फसल कर्ज में डूबे किसान हलाकान हो गये है. इस संकट में आये किसान आत्महत्या जैसे घातक कदम उठा रहे है. पिछले 2 माह में विदर्भ के यवतमाल और अमरावती जिले में किसान आत्महत्या की घटनाएं लगातार बढ रही है. इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए विधान परिषद की उपसभापति और शिवसेना नेता निलम गोर्‍हे ने एक पत्र के जरिए सरकार का ध्यान केंद्रीत कर मुख्य सचिव को किसान आत्महत्या के संदर्भ में उपाय योजना करने के निर्देश दिये है.
अतिवृष्टि के कारण यवतमाल, अमरावती जिले में सोयाबीन व कपास की फसल का भारी मात्रा में नुकसान हुआ है. इन कारणों से पिछले 3 दिनों में अमरावती जिलें मेें 10 तथा यवतमाल जिले के 3 से अधिक किसानों से आत्महत्या की रहने की जानकारी है. वापसी की बारिश का कहर और अतिवृष्टि का सबसे ज्यादा असर हुए विदर्भ में पहले 9 माह में ही 1100 से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है. इस निमित्त से विधान परिषद की उपसभापति निलम गोर्‍हे ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इस नैसर्गिक आपदा का विचार करते हुए तत्काल उपाय योजना करने के निर्देश दिये है. किसान आत्महत्या के पंचनामें व पोस्टमार्टम रिपोर्ट तत्काल पूर्ण करने, संबंधित तहसीलदार, जिलाधिकारी द्बारा उनके स्तर पर बैठक लेकर आत्महत्या किये किसान के परिवारों को आर्थिक सहायता देने के लिए आवश्यक कार्रवाई तत्काल करने, बदले मौसम के कारण विदर्भ व मराठवाडा में फसल प्रणाली बदलने की आवश्यकता है, इस दृष्टि से नियोजन करने, किसान आत्महत्या के कारण विधवा हुई किसान पत्नी का समुपदेशन करने सहित कुल 6 मुद्दों पर उपाय योजना करने के निर्देश उपसभापति निलम गोर्‍हे ने मुख्य सचिव को दिये है. इस पत्र के माध्यम से उपसभापति निलम गोर्‍हे ने विदर्भ के किसानों के लिए राज्य सरकार की यंत्रणा द्बारा उपाय योजना करने की आवश्यकता रहने का मत व्यक्त किया है. उन्होंने इस सभी मुद्दों पर प्रकाश डालते हुए सरकार का ध्यान इस गंभीर समस्या की तरफ केंद्रीत किया है.

शिवसेना जिला प्रमुख सुनील खराटे ने किये प्रयास
अमरावती और यवतमाल के किसानों की परिस्थिति काफी दयनीय है. लगातार अतिवृष्टि और मुसलाधार बारिश के कारण किसान विविध संकट में आ रहे है. ऐसा रहते कुछ हताश हुए किसान आत्महत्या कर रहे है. पिछले 2 माह में आत्महत्या का प्रमाण काफी बढा दिखाई देता है. ऐसी गंभीर परिस्थिति निर्माण होने पर भी राज्य सरकार की तरफ से आवश्यक उपाय योजना न किये जाने पर शिवसेना अमरावती जिला प्रमुख सुनील खराटे ने विधान परिषद की उपसभापति निलम गोर्‍हे से भेंट कर उन्हें सभी परिस्थिति की जानकारी देते हुए प्रयास किये. इसी कारण बढती किसान आत्महत्या को गंभीरता को लेते हुए विधान परिषद की उपसभापति ने सरकार का ध्यान केंद्रीत कर किसान आत्महत्या बाबत उपाय योजना करने के निर्देश राज्य के मुख्य सचिव को दिये है.

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