अमरावती के सूर्यवंशी दंपत्ति पूरा दिन रहे ‘डिजिटल अरेस्ट’
सतर्कता के कारण सायबर बदमाश अपने मंसूबे में हुए विफल
* सतर्कता के कारण सायबर बदमाश अपने मंसूबे में हुए विफल
अमरावती/दि.18– शहर के साईनगर परिसर के सूर्यवंशी दंपत्ति को शुक्रवार को 15 नवंबर को डिजिटल अरेस्ट कर पूरा दिन घर में रखा गया. शहर पुलिस के डायल 112 में उन्हें मुक्त कर होनेवाली जालसाजी से बचा लिया.
जानकारी के मुताबिक साईनगर के प्यारेलाल सूर्यवंशी को सायबर क्राइम मुंबई नाम से सुबह 8.30 बजे वीडियो कॉल आया. सूर्यवंशी को पुलिस अधिकारी जय अग्निहोत्री ने कुलाबा सायबर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज होने की बात कही और पुलिस स्टेशन में पेश होने कहा. लेकिन सूर्यवंशी ने तत्काल मुंबई आना संभव नहीं रहने की बात कही. तब संबंधित व्यक्ति की तरफ से वीडियो कॉल शुरू रहते जांच होगी, ऐसा कहा. सायबर क्राइम मुंबई का लोगों रहने से सूर्यवंशी खामोश हो गये है और पूछे गये सवालों के जवाब देने लगे. उन्हें आधार कार्ड और फोटो मोबाइल पर भेजने कहा गया. जल्द हमारी पुलिस घर पहुंचेगी और तुम्हे गिरफ्तार कर ले जायेगी, ऐसा बताया. पश्चात उसने कारागृह के एक व्यक्ति का फोटो दिखाया. आप इसे पहचानते हो क्या ? वह अभी जेल से बाहर आया है, ऐसा कहते ही प्यारेलाल सूर्यवंशी के साथ उसकी पत्नी पिता और बेटी भयभीत हो गये.
* डायल 112 के कारण मिली सहायता
पूरा दिन वीडियो कॉल पर जय अग्निहोत्री के अलावा विजय खन्ना, आकाश फुलाडी यह कथित अधिकारी सूर्यवंशी दंपत्ति से बातचीत करते रहे. वह लगातार इस परिवार पर नजर रखे हुए थे. इस दौरान प्यारेलाल सूर्यवंशी की पत्नी अनुराधा को संदेह हुआ. उसने बेटी को इंटरनेट जानकारी लेने कहा. लेकिन इस नाम का व्यक्ति पुलिस विभाग में नहीं था. इस कारण अनुराधा ने प्रदीप दंदे के जरिए पुलिस आयुक्त सहित डायल 112 को जानकारी दी. राजापेठ पुलिस स्टेशन के डायल 112 के कर्मचारी सचिन साबले ने सूर्यवंशी के घर पहुंचकर सर्वप्रथम वीडियो कॉल बंद किया. सूर्यवंशी परिवार को सांत्वना दी और समय पर पुलिस की सहायता लिए जाने से जालसाजी होने से वे बचे रहने की जानकारी दी गई.
* एजेंसी को यह अधिकार नहीं
कानून पर अमल करनेवाली एजेंसी को डिजिटल गिरफ्तारी करने का अधिकार नहीं है. डिजिटल गिरफ्तारी घोटाले का शिकार होने से बचने के लिए किसी को भी तत्काल व्यक्तिगत जानकारी देना टाले.
अनिकेत कासार,
एपीआय सायबर पुलिस स्टेशन