अन्यविदर्भ

चंद्रपुर की महिला ने गर्भपात का निर्णय लिया पीछे

वैद्यकीय मंडल की रिपोर्ट

* बालक भी जिंदा जन्म लेने की संभावना
नागपुर/दि.18– बालका का जिंदा जन्म होने की संभावना और अपनी जान को निर्माण होनेवाले खतरे को ध्यान में रखते हुए चंद्रपुर की एक महिला ने शुक्रवार 17 मई को गर्भपात का निर्णय पीछे लिया.

पत्नी का दर्जा देने का प्रलोभन देकर तीन साल शारीरिक शोषण करनेवाले दगाबाज प्रेमी का दूसरा बच्चा मुझे नहीं चाहिए, ऐसा कहते हुए इस महिला ने मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में याचिका दायर की थी और गर्भपात की अनुमति मांगी थी. इस महिला के गर्भ में 22 सप्ताह का नवजात है. इस कारण न्यायालय ने चंद्रपुर वैद्यकीय महाविद्यालय व अस्पताल को नोटिस देकर इस पर वैद्यकीय मंडल की रिपोर्ट मांगी थी. इसके मुताबिक वैद्यकीय मंडल ने शुक्रवार को न्यायालय में रिपोर्ट प्रस्तुत कर गर्भपात करने पर इस महिला की जान को खतरा निर्माण हो सकता है और बालक भी जीवित जन्म ले सकता है, ऐसा मत व्यक्त किया. यह रिपोर्ट समझाकर बताने के बाद महिला ने गर्भपात करने का निर्णय पीछे लिया. इस कारण न्यायालय ने याचिका का निपटारा किया. याचिका पर न्यायमूर्ति वृषाली जोशी के समक्ष सुनवाई हुई. महिला की तरफ से एड. स्वीटी भाटीया ने काम संभाला.

* दुष्कर्म की शिकायत भी दर्ज
महिला का शोषण करनेवाले आरोपी प्रेमी का नाम संतोष लक्ष्मीकांत कैनकार्यमवार है. पीडित महिला ने संतोष के खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज की है. संतोष ने विवाहित रहने की जानकारी छिपाकर पीडित महिला को प्रेमजाल में फसाया रहने का आरोप है. पीडित महिला को आरोपी से पहले ही एक संतान है. इसके अलावा उसने एक बार गर्भपात भी किया है. इस बार वह तीसरी दफा गर्भवती है.

Related Articles

Back to top button