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लॉ कॉलेज में मना संविधान व विधि दिवस

जेष्ठ विधिज्ञ एड. अशोेक जैन ने किया संविधान पर मार्गदर्शन

अमरावती/दि.27- स्थानीय श्री शिवाजी शिक्षा संस्था द्वारा संचालित डॉ. पंजाबराव देशमुख विधि महाविद्यालय में गत रोज संविधान दिवस व राष्ट्रीय विधि दिवस का आयोजन किया गया था. जिसमें मुख्य वक्ता के तौर पर शहर के जेष्ठ विधिज्ञ एड. अशोक जैन ने हिस्सा लेते हुए विधि स्नातक पाठ्यक्रम के छात्रों को संविधान की बारीकियों व विशेषताओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी.
बता दें कि, जेष्ठ विधिज्ञ एड. अशोक जैन द्वारा हाल ही में ‘एवरीबडी शुड नो कॉन्स्टीट्यूशन’ यानी संविधान सभी को पता होना चाहिए नामक किताब का लेखन कर उसे प्रकाशित किया गया है. ऐसे में संविधान दिवस के उपलक्ष्य में एड. अशोक जैन ने अपनी किताब के संदर्भों का हवाला देते हुए उपस्थितों को भारतीय संविधान की खुबियों व बारिकियों से परिचित कराया. विधि महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. वर्षा देशमुख की अध्यक्षता में आयोजीत इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथी के तौर पर कार्यक्रम के संयोजक डॉ. प्रकाश दाभाडे व सहसंयोजक डॉ. संजय भोगे सहित डॉ. पाटील, डॉ. मालवीय, डॉ. लोखंडे, डॉ. हुगे व डॉ. वाडिवे सहित महाविद्यालय के प्राचार्य व शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे. कोविड संक्रमण को लेकर जारी प्रतिबंधात्मक निर्देशों के मद्देनजर इस कार्यक्रम में बेहद सीमित लोगों को ही प्रवेश दिया गया था तथा अधिकांश छात्र-छात्राओं ने विधि महाविद्यालय के युट्यूब चैनल के जरिये इस आयोजन को ऑनलाईन देखा. साथ ही झूमऍप के जरिये इस आयोजन में ऑनलाईन शिरकत की. कार्यक्रम में संचालन अदिती ठाकरे व आभार प्रदर्शन हिना देसाई ने किया.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के संस्थापक डॉ. पंजाबराव देशमुख देश के प्रथम कृषि मंत्री रहने के साथ-साथ संविधान सभा के सदस्य भी थे और संविधान के निर्माण में उनका भी काफी योगदान रहा. जिसके चलते संस्था द्वारा संचालित तथा उन्हीं के नाम पर स्थापित विधि महाविद्यालय में भारतीय संविधान की मूल प्रतिलिपी उपलब्ध है. जिस पर देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेेंद्र प्रसाद सहित संविधान सभा के सभी सदस्यों के हस्ताक्षर दर्ज है. ऐसे में डॉ. पंजाबराव देशमुख विधि महाविद्यालय में संविधान दिवस का आयोजन बेहद उत्साहपूर्ण व महत्वपूर्ण रहा. बता दें कि, वर्ष 2015 से पीएम मोदी सरकार ने प्रतिवर्ष 26 नवंबर को अनिवार्य रूप से संविधान दिवस मनाये जाने की घोषणा की थी. क्योंकि वर्ष 1949 में इसी दिन संविधान निर्मात्री सभा द्वारा संविधान लेखन का कार्य पूर्ण कर उसे देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेेंद्र प्रसाद को सौंपा गया था. पश्चात 26 जनवरी 1950 से संविधान पर अमल करना शुरू किया गया.

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