* कांग्रेस को सर्वाधिक और एनसीपी को कम सीट
नई दिल्ली/दि. 4– कांग्रेस की आघाडी समिति ने महाराष्ट्र की सीटों के वितरण का फार्मूला तैयार किया है. आघाडी समिति ने इसके लिए पहले महाराष्ट्र के कांग्रेस नेताओं से चर्चा कर उनकी मांगे समझ ली और पश्चात सीट वितरण का फार्मूला तैयार कर उसे अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के पास सौंपा.
इस फार्मूले के मुताबिक कांग्रेस को 21 से 22 सीटें मिल सकती है. शिवसेना को 17 से 18 सीटें तथा एनसीपी (शरद पवार गुट) को 6 सीटें मिलने की संभावना है. प्रकाश आंबेडकर के वंचित बहुजन आघाडी के लिए 2 सीटें छोटी गई है.
* सीटें कितनी यह बाद का विषय
कांग्रेस-एनसीपी ने कारखाना संचालकों को पूरक एफआरपी के टुकडे किए. भूमि अधिग्रहण कानून को तोडा मरोडा गया. सडक किनारे की जमीन का किसानों को चार से पांच गुना मुआवजा जिसमें मिलता था उस कानून में दुरुस्ती कर किसानों का नुकसान किया. इस कारण इस विषय पर क्या करने वाले है इस बाबत स्पष्टीकर जब तक नहीं मिलता तब तक महाविकास आघाडी में शामिल नहीं होंगे. सीटें कितनी यह विषय बाद का है.
– राजू शेट्टी,
अध्यक्ष स्वाभिमानी शेतकरी संगठना
* कहां निश्चित हुआ सीटों का फार्मूला?
– कांग्रेस के संयोजक मुकुल वासनीक, सलमान खुर्शिद, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, मोहन प्रकाश की आघाडी समिति ने देश के प्रदेश कांग्रेस नेताओं से 29-30 दिसंबर को चर्चा की.
– उस समय प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहब थोरात ने 27 सीटों की मांग की, ऐसा सूत्रों ने कहा.
– लेकिन सीट वितरण के निगोशिएशन की शुरुआत 21-22 सीटों से शुरु की जाने वाली है. चर्चा के बाद दो-तीन सीटों को छोडने के लिए पार्टी तैयार है, ऐसा सूत्रों ने कहा.
* वंचित बाबत खरगे निर्णय लेंगे
प्रकाश आंबेडकर बाबत महाराष्ट्र कांगे्रस नेताओं के साथ चर्चा होनी चाहिए, ऐसा शरद पवार कहना था. लेकिन कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि इसका निर्णय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे लेंगे इस कारण वे उन्हीं से चर्चा करे.
* यहां अटकी बात
सीट वितरण में मिलिंद देवरा की मुंबई की सीट अटकी है. यहां शिवसेना के सांसद है. राजू शेट्टी के दल को एक सीट दी जाएगी, फिर भी यह सीट कांग्रेस के कोटे से कम की जाएगी.
* दृष्टिकोण बदला?
भाजपा के विरोध में एक साथ लडने का निर्णय हुआ है. इसके पूर्व अनेक चुनाव कांग्रेस और एनसीपी ने साथ लडे हैं. तब की सीटों के विरतण को देखते हुए कांग्रेस का दृष्टिकोण बदला होगा तो हमें पता नहीं.
– जयंत पाटिल,
प्रदेशाध्यक्ष राष्ट्रवादी कांग्रेस