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होलीक्रास होम फॉर बेबिज् की सिस्टर पर अपराध दर्ज

तीन माह के बालक को लापरवाही पूर्वक बोतल से दुध पिलाया था

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ‘चोकिंग’ के कारण बालक की मौत का उल्लेख
बोतल से दूध पिलाना जरुरी हो तो बच्चे को ‘डकार’ दिलाना जरुरी
अमरावती- / दि.8 किसी भी शिशू को अगर बोतल से दुध पिलाना जरुरी हो, तो दुध पिलाने के बाद उसे ‘डकार’ दिलाना बहुत जरुरी होता है. परंतु होलीक्रॉस होम फॉर बेबीज् की सिस्टर ने तीन माह के बालक को बोतल से दुध तो पिलाया, परंतु लापरवाही बरतते हुए वहां से चली गई. जिसके चलते उस बालक की मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने बालक का गला ‘चोकिंग’ की वजह से मौत होनो का उल्लेख किया है. इस रिपोर्ट के आधार पर सिटी कोतवाली पुलिस ने वहां की सिस्टर के खिलाफ अपराध दर्ज किया है.
सिटी कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महिला आरोपी होलीक्रॉस होम फॉर बेबीज् इर्विन चौक अमरावती में सिस्टर का काम करती है. अनाथ आश्रम में रखे गए बच्चों को पालनपोषण करते समय अनाथाश्रम के जोयेल नामक 3 माह के बालक को भुख लगने के कारण आरोपी सिस्टर ने बोतल से दुध पिलाकर सुला दिया. बालक को उल्टी होकर सांस लेने में तकलीफ होने लगी. तब यहां की कार्यालय प्रमुख व आरोपी सिस्टर ऑटो में उस बालक को निजी अस्पताल ले गई. इलाज के दौरान डॉक्टर ने बालक को मृत घोषित किया. मेडिकल मेमो व शिकायतकर्ता सिस्टर की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने पहले आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया. इसके बाद पुलिस ने पंचनामा कर बालक का पोस्टमार्टम कराया. पैनल में डॉक्टर गावंडे ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ‘चोकिंग’ के कारण बालक की मौत होने का उल्लेख किया है.
स्वास्थ्य अधिकारी व बालरोग तज्ञ नागलकर को बालक की मौत सिस्टर की लापरवाही के कारण हुई होगी क्या? इस बारे में रिपोर्ट मांगी, उन्होंने प्राथमिक तौर पर बोतल से दुध पिलाते समय लापरवाही को नकारा नहीं जा सकता, इसी तरह संभव हो, तो बच्चों को बोतल से दुध न पिलाये, अगर बोतल से दुध पिलाना जरुरी हो, तो दुध पिलाने के बाद बच्चे को ‘डकार’ दिलाना जरुरी है, ऐसी भी लिखित रिपोर्ट दी. जांच के बाद स्पष्ट हुआ कि, आरोपी सिस्टर की लापरवाही के कारण तीन माह के बालक जोयेल की मौत हुई है. इसपर पुलिस ने उस सिस्टर के खिलाफ दफा 404 (अ) के तहत अपराध दर्ज कर कार्रवाई शुरु की है.

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