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सायबर क्राईम पोर्टल का नंबर ‘आऊट ऑफ नेटवर्क’

सायबर जालसाजी के मामले बढे

नागपुर/दि.1– राज्य में सायबर अपराध बढ रहे है. ऐसे मामलो में जालसाजी का आंकडा सैंकडो करोड पर गया है. साईबर ठगी होने पर तत्काल संपर्क करने के लिए सायबर क्राईम पोर्टल पर संपर्क क्रमांक दिया है. लेकिन इसमें से आधे से अधिक संपर्क नंबर ‘आऊट ऑफ नेटवर्क’ रहने से पुलिस की पोल खुल गई है.

वर्तमान में राज्य में सायबर अपराधो में लगातार वृद्धि हो रही है. शेयर बाजार में निवेश करने के लिए मजबूर कर जालसाजी की जा रही है. दोगुने पैसे कर देने के नाम पर निवेश करने के बाद संबंधित से ठगी होने के मामले सर्वाधिक हो रहे है. साथ ही बैंकिंग फ्रॉड और सेक्स्टॉर्शन जैसे मामलो में अनेक लोग फंस रहे है. इसके लिए राजस्थान, दिल्ली, झारखंड, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के सायबर अपराधो का गिरोह कार्यरत है. सायबर अपराधो के जाल में फंसने के बाद अनेक लोग भयभित हो जाते है. अचानक बैंक खाते खाली होने से त्रस्त हुए शिकायतकर्ता राज्य के सायबर क्राईम पोर्टल पर जाकर सायबर पुलिस स्टेशन अथवा सायबर अपराध विभाग के टेलिफोन नंबर को खोजते है. लेकिन संबंधित शिकायतकर्ता की सहायता के लिए रहे संपर्क नंबर पर फोन करने के बाद ‘आऊट ऑफ नेटवर्क’ जवाब सुनने मिलता है. इस कारण ठगा गया व्यक्ति और परेशान हो जाता है.

शिकायतकर्ता को सहायता होने के उद्देश्य से महाराष्ट्र पुलिस ने उपलब्ध कर दिए नंबर पर संपर्क ही न होने की अनेक शिकायते है. अनेक लोग अपना रोष व्यक्त कर रहे है. वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इसे गंभीरता से लेकर संपर्क नंबर अपडेट करना चाहिए. राष्ट्रीय सायबर अपराध रिपोर्टींग पोर्टल नाम से केंद्र शासन की वेबसाईट है. इस पर प्रत्येक राज्य के सायबर विभाग के संपर्क नंबर दिए है. विशेष पुलिस उपमहानिरीक्षक और सायबर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के नंबर दिए है. लेकिन इस कार्यालय में फोन करने के बाद कोई भी जानकारी नहीं मिलती.

* ठगी होने पर करे ऑनलाईन शिकायत
सायबर अपराधियों द्वारा जालसाजी किए जाने पर ऑनलाईन शिकायत करें. समीप के पुलिस स्टेशन पहुंचकर पुलिस की सहायता ले. वर्तमान में सायबर पुलिस स्टेशन का नंबर अपडेट किया जा रहा है. जल्द ही कार्यरत होगा.
– निमित गोयल, डीसीपी, सायबर व क्राईम ब्रांच

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