बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से अमरावती जिले में 53402 हेक्टेअर क्षेत्र में नुकसान
जिला प्रशासन ने शासन को भेजी रिपोर्ट
* संतरा उत्पादक किसानों को भारी क्षति
* सर्वाधिक नुकसान चांदुर बाजार और अचलपुर तहसील में
अमरावती/दि.13– पिछले चार दिनों से जारी बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से जिले के किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है. जिला प्रशासन ने नुकसान की सुधारित रिपोर्ट तैयार की है. इसमें जिले के 53 हजार 402 हेक्टेअर क्षेत्र की रबी फसलों सहित संतरा, आम और केले के बगीचो को नुकसान पहुंचा है. वित्तिय हानी भारी मात्रा में होने की रिपोर्ट शासन को भेजी गई है. सर्वाधिक नुकसान चांदुर बाजार और अचलपुर तहसील में हुआ है.
पिछले चार दिनों से अमरावती जिले में आंधीतूफान के साथ बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने कहर किया हुआ है. 8 अप्रैल को औसतन 3.2 मिलीमीटर, 9 अप्रैल को 9.9 और 10 अप्रैल 3.2 मिलीमीटर बारिश हुई. तेज हवाओं के साथ हुई बेमौसम बारिश के कारण रबी सत्र के गेहूं, चना, ज्वारी, प्याज सहित संतरा, मोसंबी, लिंबू, केले, आम आदि फसलो को भारी नुकसान पहुंचा. 11 तहसीलो के 53 हजार 402 हेक्टेअर क्षेत्र में यह नुकसान हुआ रहने की रिपोर्ट जिला प्रशासन की है. बेमौसम हुई बारिश औसतन ज्यादा नहीं रही तो भी बारिश के साथ तेज हवा और ओलावृष्टि से नुकसान अधिक हुआ है. आंधीतूफान से 15 मकान पूरी तरह और 1476 मकानो को मामूली क्षति पहुंचने से वित्तहानी हुई है. 85 परिवार के 225 सदस्यो को स्थलांतरित करना पडा है. दो छोटे और 11 बडे पशूओं की मृत्यु हुई है. बेमौसम बारिश का सर्वाधिक असर अचलपुर, चांदुर बाजार, मोर्शी और वरुड तहसील में हुआ है. इसमें सर्वाधिक नुकसान चांदुर बाजार और अचलपुर तहसील में है. चांदुर बाजार के 172 गांव की 18 हजार 866 हेक्टेअर और अचलपुर तहसील की 18 हजार 981 हेक्टेअर क्षेत्र की गेहूं, संतरा, केले, ज्वारी, मूंग, प्याज, चना और सब्जी की फसलो को नुकसान हुआ है. साथ ही मोर्शी तहसील के 6 हजार 787 हेक्टेअर और वरुड तहसील की 7 हजार 307 हेक्टेअर क्षेत्र की रबी फसलो सहित संतरा और मोसंबी का नुकसान हुआ है.
* संतरे को भारी नुकसान
नकद फसल मानी जाती संतरे को इस बार दोहरी मार बैठी है. मृगबहार में संतरे को केवल 18 से 19 रुपए किलो भाव मिले. भाव बढे तब बगीचे व्यापारियों ने खरीद लिए थे. इसका ज्यादा लाभ संतरा उत्पादको को नहीं हुआ. अब अंबियाबहार में यह कसर निकलने की अपेक्षा रहते प्रारंभ के बढते तापमान और वर्तमान में जारी बेमौसम बारिश ने संतरा उत्पादक किसानो की आशाओं पर पानी फेर दिया है. बढते तापमान के कारण गिरने से बचे संतरो पर ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश होने से भारी नुकसान पहुंचा. संतरा उत्पादको को दोनों सत्रो में नुकसान सहन करना पडा है.
* प्याज का नुकसान
चांदुर बाजार सहित मोर्शी, अचलपुर, भातकुली, अंजनगांव, दर्यापुर तहसील में प्याज की फसल ली जाती है. प्याज की कटाई शुरु रहते बेमौसम बारिश ने कहर कर दिया. वर्तमान में बाजारो में नए प्याज की आवक शुरु हुई है. ऐसे में बारिश के कारण वह गिला होने से किसानो के सामने नया संकट आ गया है. प्याज गिला होने से भाव गिरने की और उसका भंडारण करने की समस्या निर्माण हो गई है.
* तहसीलनिहाय नुकसान (हेक्टेअर)
वरुड – 7307
धामणगांव रेलवे – 188
चांदुर रेलवे – 27
मोर्शी – 6787
अंजनगांव सुर्जी – 735
अचलपुर – 18981
चांदुर बाजार – 18866
दर्यापुर – 387
चिखलदरा – 07
नांदगांव खंडेश्वर – 0.40
भातकुली – 116