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महंगाई चरम पर

किराणा व जीवनावश्यक वस्तुओं के दाम लगातार बढ रहे

* बढते दामों से गडबडा रहा आम नागरिकोें का मासिक बजट
अमरावती/दि.15– बीते एक वर्ष से जीवनावश्यक वस्तुओं के दामों में लगातार वृध्दि हो रही है और गैस सिलेंडर, खाद्य तेल, शक्कर, अनाज, दाल तथा पेट्रोल व डीजल के दाम लगातार बढ रहे है. लगातार बढती महंगाई से सर्वसामान्यों का जीवन काफी मुश्किल हो चला है. ऐसे में महंगाई के अपने चरम पर पहुंच जाने के चलते प्रतिमाह लगनेवाले किराणा में कटौती करते हुए कई लोगों ने अपने खाने-पीने की आदतों में बदलाव करना शुरू कर दिया है. साथ ही इन दिनों स्वाद के शौकीनों ने भी अपनी जीभ को नियंत्रण में रखना शुरू कर दिया है.
बता दें कि, विगत दो वर्षों के दौरान कोविड संक्रमण के चलते लॉकडाउन व संचारबंदी का दौर चला. जिसकी वजह से कई लोगों का रोजगार चला गया और उनकी आय के स्त्रोत घट गये. ऐसी स्थिति में महंगाई का तडका लगने से लोगों के लिए जीवन-यापन करना काफी मुश्किल हो गया है, क्योंकि घटती आय और बढती महंगाई की वजह से लोगोें का मासिक बजट बुरी तरह से गडबडा गया है और उनके लिए अपना मासिक खर्च चलाना काफी दिक्कतोंवाला काम हो चला है. लगभग सभी जीवनावश्यक वस्तुओं तथा किराणा व अनाज में डेढ से दो गुना वृध्दि हो गई है. ऐसे में गृहिणियों के किचन का बजट भी गडबडा गया है और अब किचन में लगनेवाली साग-सब्जियोें तथा अनाज व किराणा जैसी वस्तुओं में कटौती की जा रही है, ताकि घर के बजट को संभाला जा सके.

* अब सब्जी पर नहीं दिखती ‘तर्री’
– चटपटे व्यंजनों का दौर भी हुआ खत्म
इस समय सोयाबीन तेल 170 रूपये तथा फल्ली तेल 200 रूपये प्रति किलो के आसपास जा पहुंचा है. ऐसे में अब साग-सब्जियों को छौेंकने-बघारने के लिए तेल का प्रयोग कम किया जाने लगा है. जिसके चलते अब सब्जियों पर तेल की ‘तर्री’ तैरती नहीं दिखाई देती. साथ ही साथ अब तले जानेवाले चटपटे व्यंजनों का सेवन भी कम कर दिया गया है, ताकि तेल की खपत को घटाया जा सके और किचन के बजट को संभाला जा सके. यह लगभग हर घर की कहानी है.

* होटलिंग का प्रमाण भी घटा
इससे पहले लोगबाग सप्ताह में कम से कम एक बार साप्ताहिक अवकाशवाले दिन परिवार सहित कहीं बाहर जाकर भोजन करने का नियोजन करते थे. किंतु अब बढती महंगाई के चलते होटलों में भी दरवृध्दि हो गई है और सभी व्यंजनों के दामों को 40 फीसद तक बढाया जा चुका है. वहीं दूसरी ओर लोगों का मासिक बजट पहले ही गडबडाया हुआ है और उनकी बचत घट गई है. ऐसे में लोगों ने अब परिवार सहित बाहर जाकर भोजन करना टालना शुरू कर दिया है.

* ऐसे बढा महंगाई का दर
महिना दर (प्रतिशत)
अप्रैल 2021 4.23
मई 6.30
जून 6.26
जुलाई 5.59
अगस्त 5.30
सितंबर 4.35
अक्तूबर 4.48
नवंबर 4.91
दिसंबर 5.66
जनवरी 2022 6.01
फरवरी 6.07
मार्च 6.95

* दो साल में ऐसे बढी महंगाई
वस्तु अप्रैल 2021 अप्रैल 2022
सिलेंडर 800 975
गेहूं 20 30
रवा 28 40
सोयाबीन तेल 120 170
शक्कर 35 45
पोहा 45 60
मैदा 30 40
मिर्च 250 400

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