दिवाली और चुनाव एक साथ आने से पटाखों का ‘डबल धमाका’
शक्ति प्रदर्शन के लिए रैली, पटाखों का इस्तेमाल
अमरावती/दि.15– इस बार दिवाली और विधानसभा चुनाव एक साथ आने के कारण पटाखे बिक्री का डबल धमाका हुआ है. साथ ही पटाखों की आतिषबाजी का प्रमाण भी काफी बढ गया है. धनत्रयोदशी से कार्तिक पूर्णिमा (तुलसी विवाह) तक शहर सहित जिले में भारी मात्रा में पटाखों की आतिषबाजी की जाती है. इसमें अब चुनाव के कारण उम्मीदवारों की सभा, रैली शुरु होने के पूर्व अथवा बडे नेता आने के बाद पटाखों की आतिषबाजी की जाती रहने से पटाखों का डबल धमाका होता दिखाई दे रहा है.
दिवाली और चुनाव रहने के कारण पटाखों की दुकानों की संख्या भी बढी हुई दिखाई दी है. कच्चे माल की कीमत, मजदूरी बढने से इस बार पटाखों की कीमत में 10 प्रतिशत बढोतरी हुई. इसका कोई भी परिणाम बिक्री पर दिखाई नहीं दिया. दिवाली के पांच दिन पटाखों की बिक्री होने के बाद भी इस बार कार्यकर्ताओं का उत्साह कायम रखने के लिए पटाखों की आतिषबाजी की आवश्यकता महसूस हो रही है. कहीं भी प्रचार सभा रही और उम्मीदवार पहुंचे की पटाखों की आतिषबाजी की जाती है. आम नागरिकों का ध्यान केंद्रीत करने के लिए यह प्रयोग किया जा रहा है. रात की सभा रही तो आसमान में उडनेवाले पटाखों की आतिषबाजी की जाती है. इसके लिए 7 शॉट, 12 शॉट की मांग की जा रही है. दिन में पटाखे फोडना रहा तो 5 हजार और 10 हजार की लड और रात को आतिषबाजी करना रहा तो आसमान में उडनेवाले आकर्षक पटाखों की आतिषबाजी हर दिन होती दिखाई दे रही है. वहीं दूसरी तरफ छोटे बच्चों के लिए भी पटाखों की मांग और दो दिन कायम रहनेवाली है. क्योंकि, शहर में अभी भी तुलसी विवाह निमित्त उत्साह का वातावरण है. विविध तरह के रॉकेट, फुलझडी, आसमान में जाकर फुटनेवाले रंगीत पटाखे बालकों का ध्यान केंद्रीत रहने से वह पालकों के पास वैसे पटाखे खरीदी करने का अनुरोध कर रहे है.
* इस बार पटाखों का समाधानकारक व्यवसाय
दिवाली मनाने के लिए रंगीन और आसमान में जाकर फुटनेवाले आकर्षक पटाखों की आम नागरिकों द्वारा अच्छी मांग रही. इसी तरह उम्मीदवारों की तरफ से आवाज वाले पटाखों की मांग दिखाई दी. इस कारण इस बार हमारा व्यवसाय समाधानकारक हुआ है.
– राजेश सिंघई, पटाखा विक्रेता.
* विवाह समारोह के लिए भी पटाखों की खरीदी
आगामी 17 नवंबर से विवाह समारोह की धूम रहने से जिनके यहां विवाह समारोह है वह पटाखों की भी खरीदी कर रहे है. स्वागत समारोह में दुल्हा-दुल्हन के आगमन के अवसर पर आतिषबाजी की जाती है. बाराती भी बडी आवाज के पटाखे फोडते है. समय पर भागदौड न रहने के लिए पहले से ही पटाखों की खरीदी की जा रही है.