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ज्ञानेश्वर धाने पाटिल के जन्मदिन पर विशेष

राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत व्यक्तित्व

ज्ञानेश्वर धाने पाटिल
दि.14 अमरावती- शिवसेना के जिला समन्वयक तथा बडनेरा के दो बार विधायक रहे लोकप्रिय शिवसेना नेता ज्ञानेश्वर धाने पाटिल का आज जन्मदिन है. पार्टी के कट्टर कार्यकर्ता से लेकर नेता तक तथा विधायक तक का सफर उन्होंने तय किया. लेकिन कार्यकर्ता के रुप में उनकी जो सादगी थी, विधायक बनने के बाद भी शिवसैनिकों में वही दर्शन नजर आता था. वे कहते हैं कि जो कुछ भी उन्हें मिला है, उनके आराध्य बालासाहब ठाकरे और उद्धव ठाकरे की देन है. यही कारण है कि उन्होेंने जिले में शिवसेना को मजबूती प्रदान करने में अपना हरसंभव योगदान देने का फैसला लेने के साथ ही विश्वास जताया है कि उद्धव ठाकरे की लोकप्रियता बीते दिनों के घटनाक्रमों के बाद न केवल महाराष्ट्र बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ी है. इसका अनुभव प्रदेश की जनता आगामी चुनावों में निश्चित तौर पर कराने का विश्वास जताया.
* संघर्षों से पक्का नाता
स्थानीय अंबाविहार निवासी ज्ञानेश्वर धाने पाटिल संवेदनशील नेता हैं. गरीबों को लेकर उनके मन में अपार प्रेम रहता है. वे बताते हैं कि उन्होंने गरीबी को करीब से देखा है, अनुभव किया और यही कारण है कि किसी गरीब पर हुआ अन्याय वे बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं. राजनीति को समाजसेवा का माध्यम मानने वाले धाने पाटिल का कहना है कि मानवता की सेवा सबसे बड़ी सेवा होती है. इसलिए दलगत भावना से ऊपर उठकर सदैव यह की जानी चाहिए. जब हम मानवता की सेवा करते हैं तो इससे मिलने वाला संतोष कभी भुलाया नहीं जा सकता है. उनका स्पष्ट मत है कि जब हम अच्छी सोच के साथ कुछ करेंगे तो उसका नतीजा निश्चित ही अच्छा निकलेगा. बडनेरा के विधायक रहते समय करोड़ों रुपए के विकास काम करने के साथ ही शिवसेना के हिंदुत्व संबंधी विचारों से उन्होंने कभी समझौता नहीं किया. उनका मानना है कि जिस ठाकरे परिवार ने लाखों की जिंदगी बदल दी, किस्मत बदल दी, उस पार्टी के साथ दगा करना अपनेआप में सबसे बड़ा पाप है. वे कहते हैं कि राज्य की जनता समझदार है. शिवसेना उनके खून में रहने की बात कहते हैं. उनके मुताबिक उद्धव ठाकरे के कुशल नेतृत्व में फिर से एक बार शिवसेना उसी तरह निखरेगी, जिस तरह से सोना आग में जलने के बाद और अधिक चमकता है. शिवसेना के विकास को सर्वाधिक प्राथमिकता देने वाले धाने पाटिल पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता से लेकर नेता रहे हैं. उनका गुरुवार 15 सितंबर को जन्मदिन है. अपने जन्मदिन पर सभी शिवसैनिकों से फिर से एक बार जान समर्पित कर पार्टी को सबसे अधिक ताकतवर बनाने में अपना योगदान देने का आग्रह किया. वे विश्वास जताते हैं कि शिवसेना के लिए आई यह परेशानी क्षणिक है लेकिन इसका लाभ पार्टी को ऐसा मिलेगा, जो आज तक किसी पार्टी को नहीं मिला है. जन्मदिन पर भाऊ को कोटिशः हार्दिक शुभकामनाएं.

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