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तुलसी विवाह के कारण घर-घर में मंगलाष्टक के स्वर

बाजारो में पूजा सामग्री की खरीदी के लिए बढी भीड

अमरावती/दि.14– कार्तिक एकादशी निपटते ही बुधवार 13 नवंबर से सभी तुलसी विवाह में जुट गए है. तुलसी विवाह की पृष्ठभूमि पर घर-घर के वृंदावन की साफसफाई और रंगरोगन शुरु हो गया है.
इस वर्ष तीन दिन तुलसी विवाह किया जा सकता है. इस कारण सभी के साहित्य की खरीदी के लिए बाजार में भीड है. इसमें महिलाओं का उत्साह देखने जैसा है. घर-घर शुभमंगल सावधान सहित मंगलाष्टक से यह समारोह मनाया जा रहा है. शहर में सभी तरफ स्वस्ति श्री गणनायकम् गजमुखम्चे स्वर की गूंज है. शहर सहित ग्रामीण इलाको में बडे उत्साह से तुलसी विवाह किया जा रहा है. इसके लिए शहर में जगह-जगह पूजा साहित्य की दुकाने सजी है. पूजा के लिए लगनेवाले गन्ना, बेर, शिंगाडे, सब्जी, आवला, इमली, बतासे सहित प्रसाद का सभी सामान व अन्य साहित्य लेने के लिए नागरिकों की भारी भीड शहर में देखने मिल रही है.

* महिलाए काम में व्यस्त
तुलसी विवाह के लिए सभी लोगों की भागदौड शुरु है. पूजा साहित्य की खरीदी सहित तुलसी वृंदावन सजाना, रंगरोगन करना और नई तुलसी लगाने में महिलाए व्यस्त है.

* पूजा साहित्य के भाव में बढोतरी
पिछले साल की तुलना में इस वर्ष पूजा साहित्य के मूल्य में बढोतरी हुई है. फिर भी तुलसी विवाह की खरीदी के लिए नागरिकों का उत्साह प्रशंसनीय है. कुल मिलाकर शहर के बाजारो में नागरिकों की भारी चहलपहल है.

* ऐसे है साहित्य के भाव
– छोटा चौरंग – 100 से 150 रुपए
– पूजा की ओटी – 10 से 50 रुपए
– पूजा साहित्य – 20 से 40 रुपए
– बाशिंग – 100 से 200 रुपए
– हार – 20 रुपए से शुरुआत
– ज्वारी की खोपटी – 80 से 120 रुपए.

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