चुनाव परिणाम कल, विधानसभा में खडे उम्मीदवारों के भविष्य का कल होगा निर्णय
राज्य में 158 राजनीतिक पार्टी और निर्दलीय मिलाकर 288 विधानसभा क्षेत्र में खडे थे 4,136 उम्मीदवार
मुंबई/दि.22– राज्य में विधानसभा चुनाव की रण-धुमाली लगभग अब शांत हो गई है. इस बार तीस वर्ष में पहलीबार 65 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है तथा मतदान के बाद जांच में राज्य में महायुति की सत्ता स्थापित हो सकती है! ऐसा अंदाज लगाया जा रहा है. घोषित हुए एक्जिट पोल के अनुसार युति या आघाडी को निर्दलीय उम्मीदवार या छोटे दलों की जरुरत पड सकती है. जिसके कारण निर्दलीय विधायकों से मुलाकात का दौर भी शुरू हो गया है. दौरान इस बीच वंचित बहुजन आघाडी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने पार्टी की भूमिका स्पष्ट की है. राज्य में 158 राजनीतिक पार्टी व निर्दलीय ऐसे मिलाकर 288 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में कुल 4,136 उम्मीदवार चुनाव मैदान मे ंउतरे थे. उनका परिणाम कल 23 नवंबर की सुबह 8 बजे से घोषित होना शुरू हो जाएगा. इस दौरान इस चुनाव में निर्दलीय व छोटे दलों के भाव भी अब अच्छे बढ रहे हैं. महायुति व्दारा सत्ता स्थापन करने के बाद हम महायुति को समर्थन देंगे. ऐसी खुली भूमिका राज ठाकरे ने स्पष्ट की है. प्रकाश आंबेडकर ने सत्ता स्थापना के लिए मदद करने का आश्वासन दिया है.
प्रकाश आंबेडकर ने एक्स पर इस बारे में एक पोस्ट भी की है. उन्होंने कहा कि अगर कल महाराष्ट्र में सरकार स्थापना करने के लिए वंचित बहुजन आघाडी किसी भी पार्टी या आघाडी को समर्थन देने के लिए संख्या बल की जरुरत पडी तो हम जो भी कोई सरकार बनाएंगा उसके साथ जाने का निर्णय लेंगे.
राजनीतिक खिचडी बनने की संभावना
विधानसभा चुनाव में किसी भी एक पार्टी को बहुमत मिलने के आसार नहीं है. राज्य में प्रादेशिक पार्टी निर्णायक भूमिका में रहेंगी. ऐसे वक्तव्य वंचित बहुजन आघाडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एड. प्रकाश आंबेडकर ने व्यक्त की है. महाराष्ट्र में 288 जगह में से लगभग 100 जगह राष्ट्रवादी के शरद पवार गट, अजित पवार गट व शिवसेना शिंदे गट के पास जा सकती है. बाकि 188 जगह में भाजपा, कांग्रेस, शिवेसना उध्दव ठाकरे गट व अन्य दलों का समावेश रहेंगा. सरकार बनाने के लिए किसी भी एक दल का बहुमत के बराबर जगह नहीं मिल सकती. जिसके कारण राष्ट्रीय पार्टी व्दारा सत्ता स्थापना के लिए प्रादेशिक दलों पर निर्भर रहना पड सकता है. भाजपा व कांग्रेस को बाहर रखकर अन्य दल भी एकत्रित होकर महाराष्ट्र में सत्ता स्थापना करने का प्रयोग भी कर सकते है. जिसमें आपसी तालमेल करने के लिए सांसद सुप्रिया सुले की भूमिका महत्व की रहेंगी. ऐसा एड. प्रकाश आंबेडकर ने कहा.