अमरावती /दि.24– विद्युत आपूर्ति करते समय महावितरण द्वारा आम नागरिकों के जानोमाल की फिक्र करना भी बेहद जरुरी है. परंतु जिले में शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में कई स्थानों पर महावितरण द्वारा विद्युत आपूर्ति हेतु डाले गए विद्युत तार नीचे की ओर लटकते दिखाई देते है. जिनकी वजह से शार्ट सक्रिट होने का डर बना रहने के साथ-साथ आम नागरिकों की जान के लिए खतरा भी बना हुआ है. ऐसे में उपर से नीचे की ओर लटकते इन विद्युत तारों को हटाने एवं लोगों के सिर पर लटकते खतरे को टालने हेतु महावितरण द्वारा स्थायी उपाय किए जाने की सख्त जरुरत है. ऐसे में शहरवासियों द्वारा इस समस्या की ओर महावितरण से ध्यान दिए जाने की मांग की जा रही है.
बता दें कि, शहर में गांधी चौक, अकोली रोड, अंबादेवी रोड व यशोदानगर सहित कई स्लम एरिया में विद्युत तार नीचे लटकती स्थिति में दिखाई देते है. साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के कई इलाकों में ऐसा दृष्य दिखाई देना बेहद आम बात है.
* तुरंत करें शिकायत विद्युत पोल से नीचे की ओर लटकते विद्युत तारों को लेकर स्थानीय उपकेंद्र तथा कार्यकारी अभियंता कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई जाती है.
* शहर में विद्युत तार लटकी हुई स्थिति में रहने को लेकर कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. यदि कही पर भी इस तरह से विद्युत तार लटके हुए है, तो नागरिकों ने इसकी शिकायत तुरंत ही महावितरण के पास करनी चाहिए.
* इन स्थानों पर है लटके हुए तारों का खतरा
– गांधी नगर
स्थानीय गांधी नगर परिसर में कई आरा मशीने है और यहां पर बडे पैमाने पर लकडा उद्योग चलता है. साथ ही यह रिहायशी इलाका भी है. इस परिसर में कई स्थानों पर विद्युत तार लटके हुए दिखाई देते है.
– अंबादेवी परिसर
शहर के अंबादेवी परिसर में अक्सर ही भाविक श्रद्धलुओं और आम नागरिकों की भीडभाड रहती है और इस परिसर में भी बडे पैमाने पर विद्युत तार लटके हुए दिखाई देते है.
– अकोली रोड
अकोली रोड परिसर में दिनोंदिन रिहायशी बस्तियों का विस्तार हो रहा है और इस परिसर में भी विद्युत तार हवा में लटके दिखाई देते है.
* महावितरण का कोई ध्यान नहीं
जहां एक ओर शहर के कई व्यवसायिक व रिहायशी इलाकों में खुली आंखों से विद्युत तार नीचे की ओर लटके दिखाई दे रहे है. वहीं इस बारे में महावितरण से संबंधित अधिकारियों से पूछताछ करने पर उन्होंने इससे इंकार करते हुए इसे लेकर अब तक अपने पास कोई भी शिकायत नहीं रहने की बात कही. जिसका सीधा मतलब है कि, शहरवासियों पर मंडराते खतरे की ओर महावितरण का कोई ध्यान नहीं है.