* न्याय के लिए किसान की भागदौड
अमरावती/ दि.21 – एक वृध्द किसान की चार एकड खेत जमीन की खरीदी के लिए झेरॉक्स और नकली हस्ताक्षर के सहारे खरीदी पत्र तैयार किया गया. पटवारी ने पिछले वर्ष फेरफार किया, इसके बाद करीब 14 वर्ष पश्चात यह मामला उजागर हुआ. खेत की मैंने बिक्री नहीं की, इसके कारण खेत जमीन मेरे कब्जे में दी जाए, ऐसी मांग को लेकर संबंधित किसान न्याय पाने के लिए कभी तहसील, कभी दुय्यम निबंधक कार्यालय ऐसे चक्कर काट रहा है.
खरीदी पत्र के दस्तावेज दुय्यम निबंधक कार्यालय से गायब होने की चौकाने वाली जानकारी मिली है. विरुल रोंघे निवासी 62 वर्षीय हरिभाऊ बलिराम लोंदे के पास पिता से प्राप्त गुट क्रमांक 122, 123, 124 यह अलग-अलग समूह की 12 एकड खेती थी. इसमें से गुट क्रमांक 123 की चार एकड खेती बेच दी गई. नकली हस्ताक्षर कर गुट क्रमांक 122 की एक हेक्टेअर 68 आर खेती खरीदी किये जाने की शिकायत लोंदे ने दत्तापुर पुलिस थाने में की. 14 वर्ष पूर्व की गई खरीदी की प्रतिलिपि संबंधित किसान को मिली नहीं. दुय्यम निबंधक को वह लापता होने की बात पता चली. इस मामले में पुलिस की भूमिका के ओर ध्यान लगा हुआ है.
सिडी में दर्ज नहीं
वर्ष 2008 में वृध्द किसान के खरीदी पत्र की खोज करना शुरु है. अब तक खरीदी पत्र इस कार्यालय को नहीं मिला. उस समय तैयार किये गए दस्तावेज की सिडी में इस खरीदी पत्र का उल्लेख नहीं है .
– मोहन राठोड, दुय्यम निबंधक