अमरावती/दि.29– प्रकल्पग्रस्तों के न्याय मांगने की ओर ध्यान देकर तुरंत पूर्ति की जाये, इस बाबत का निवेदन विदर्भ राज्य आंदोलन समिति की ओर से जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री, अर्थमंत्री व जलसंपदा मंत्री को दिया गया.
निवेदन में कहा गया है कि विदर्भ बलीराजा प्रकल्पग्रस्त संघर्ष समिति विदर्भ प्रदेश की ओर से सभी प्रकल्पग्रस्तों के न्याय व हक के लिए अनशन कर रही है. यह महाअनशन विगत 4 तारीख से शुरु है. जिसके चलते उनकी मांगों की ओर तुरंत ध्यान देकर समस्या का निराकरण किया जाये. अन्यायग्रस्त किसान अपने परिवार सहित कड़ी धूप में बैठे हैं. उनकी मांगों को ओर मानवीय दृष्टिकोण रखकर न्याय दिया जाने की विनती की गई है. निवेदन में यह भी कहा गया कि पहले ही विदर्भ में आज तक करीबन 45 हजार किसानों ने आत्महत्या की जिनमें 1 जनवरी से अगस्त 2021 तक अमरावती संभाग में 662 किसानों की आत्महत्या का यह प्रमाण लगातार बढ़ रहा है. विदर्भ राज्य आंदोलन समिति ने 10 मार्च 22 को जाहीर समर्थन दिया इन मांगों को तत्काल हल नहीं किया गया तो परिस्थिति गंभीर होने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता, तब इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन की रहेगी.
निवेदन देते समय विदर्भ राज्य आंदोलन समिति की अध्यक्षा रंजना मामर्डे, अध्यक्ष राजेन्द्र आगरकर, जिला उपाध्यक्ष सतीश प्रेमलवार, अध्यक्ष डॉ. विजय कुबडे,शहर अध्यक्ष रियाज खान,रा.को.क. सदस्य प्रकाश लढ्ढा, सदस्य विजय मोहोड, पांडुरंग बिजवे, सुनील रामटेके, अशोक मोहोड, रामेश्वर मेटे, अतुल गावंडे, शैलेश ढग, संजय गीद, अनिल कालेकार, गंगाधर चिकटे आदि उपस्थित थे.