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सरकारी खरीदी देरी से, सफेद सोना मिट्टी मोल

जिले में केवल एक केंद्र शुरू

* गांव खरीदी में किसानों की हो रही लूट
अमरावती/दि.22– सीसीआई ने सभी तहसीलों में कपास खरीदी केंद्र शुरू करने का दावा किया था. जिले में मात्र 7 सेंटर शुरू हुए. पखवाडे भर पहले केवल धामनगांव का केंद्र शुरू किया गया था. जिससे कपास को गारंटी मूल्य तो दूर गांव खरीदी में मिट्टी मोल दिए जा रहे हैं. जिससे किसान दिक्कत में आ गए है. आर्थिक परेशानी से घिरे किसानों को न चाहते हुए भी अत्यल्प रेट में कपास बेचना पड रहा है.
उल्लेखनीय है कि अमरावती संभाग में खरीफ सीजन की प्रमुख फसल कपास है. किंतु इस बार औसत से अधिक बारिश के कारण कपास का नुकसान हुआ है. पैदावार पर बडा असर होने की जानकारी किसान दे रहे हैं. उसमें गुलाबी इल्ली के प्रादुर्भाव से और सतत बारिश की वजह से कपास का उत्पादन कम हुआ है. लाल्या रोग से भी पैदावार पर बुरा असर पडा है. ऐसे में कपास को प्रति क्विंटल केवल 7 हजार का रेट मिल रहा है.
12 क्विंटल की सीमा, आर्द्रता का मापदंड
सीसीआई केंद्रों पर कपास बेचने के लिए किसान को पहले पंजीयन कराना पडता है. इसके लिए 7/12 और आधार कार्ड भी महत्वपूर्ण है. आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक होने पर ही खाते में रकम जमा होती है. यहां खरीदी के लिए प्रति एकड 12 क्विंटल की मर्यादा रखने के साथ कपास की अधिकतम आर्द्रता 8 से 12 प्रतिशत और एफएक्यू श्रेणी की भी शर्त है. 8 प्रतिशत आर्द्रता रहने पर 7521 रुपये प्रति क्विंटल दाम मिल रहे हैं. आर्द्रता एक प्रतिशत बढने पर भी क्विंटल निहाय रेट कम होते जाते हैं.

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