अमरावती/दि.6– हम हिंदुस्तानी ग्रुप व्दारा सतीधाम मंदिर में रविवार शाम ‘आज बिरज में होली रे रसिया’ फागुन उत्सव का आयोजन किया गया तो सैकडों लोग दीपक उपाध्याय, रवि ओझा, मनमोहन जाजू, प्रेम जाखोटिया व्दारा प्रस्तुत एक से बढकर एक भजनों की प्रस्तुती मेें न केवल खो गए अपितु थिरक उठे. आयोजकों ने गुलाल उछाला. सर्वाधिक आनंद लोगों को कृष्ण और राधा की सजीव झांकियों के संग थिरकने का आया. उन्होंने प्रत्यक्ष राधा कृष्ण के साथ झूमने का आनंद लिया. हिंदूस्तानी ग्रुप ने सभी पर फूलों की वर्षा कर होली से एक दिन पहले ही सभी को रंगों और खुशी से सराबोर कर दिया. जिससे आयोजन संस्मरणीय बना.
राजस्थान और उत्तर प्रदेश में फाग गाकर राधा-कृष्ण को रिझाया जाता है. गुलाल के टीकों के साथ फूलों की बारिश होती है. साथ ही प्रसाद के रुप में ठंडाई का भी प्रबंध किया जाता है. मथुरा-वृंदावन की तर्ज पर आयोजित इस पर्व में रामदेवबाबा भक्तगण मंडल के गायक आत्माराम उपाध्याय, मनमोहन जाजू, प्रा. प्रेम जखोटिया, नटवर झंवर, दीपक उपाध्याय, अनुराग तिवारी, रवि ओझा, श्रीकिसन झंवर, जयगोविंद झंवर, राजेश चांडक रिद्धपुर, दिनेश करवा, गोपाल शर्मा, जुगल राकेचा, घनश्याम लढ्ढा, श्यामसुंदर अटल के साथ प्रतिक पांडे व विवेक बसरेरिया ने फाग प्रस्तुत किया. इस अवसर पर राधा-कृष्ण तथा खाटूश्याम संग राधा की जोडियां शामिल हुई. यह भूमिका सोनाली राठी व लीना सोमाणी तथा शीतल बावनेर व प्रीति मकवाना ने की. शहर के प्रसिद्ध कोरियोग्राफर अंबू सेदानी ने माथे पर मोरपंख लगाकर कन्हैया की वेशभूषा धारण की थी. ‘रंग मत डाले रे सांवरियां, म्हारो गुर्जर मारे रे…’ समेत अनेक फाग प्रस्तुत कर उपस्थितों को थिरकने मजबूर कर दिया. कार्यक्रम में उपस्थित माहेश्वरी पंचायत के अध्यक्ष प्रा. जगदीश कलंत्री का 65वां जन्मदिन रहने से सभी जस गायकों व आयोजकों ने उन्हें बधाईयां दी.
* छा गए दीपक और रवि
उनके नाम में ही उजाला है. गत रात सतीधाम में श्याम दरबार के ठीक सामने जब सभी होलियाना मूड में प्रभू भक्ति का रस लेने उमडे तो दीपक उपाध्याय तथा रवि ओझा ने उनकी उम्मीदें अपनी खनकदार आवाज में प्रसिद्ध फाग गीतों से बढा दी. वन्स मोर भी सुनने मिला. दीपक ने खर्चो भेज दे सरकार, आयो फागुन को त्यौहार…. से सभी को रिझा लिया तो ओझा के जोरदार स्वर में होली खेले रघुबीरा अवध में… से वहां उपस्थित प्रत्येक को झूमने, थिरकने पर मजबूर कर दिया. हर कोई उत्साह और खुशी से आनंद में सहभागी हुआ. एक-दूसरे पर फूल व गुलाल उछाले गए. दीपक तथा रवि को अमरावती के जस गायक की नई पीढी का अगुआ कह सकते है. जिसका नेतृत्व बेशक मिलनसार और मधुर स्वभाव तथा आवाज के धनी जय जोशी करते हैं.
मार्गदर्शक चंद्रकुमार उर्फ लप्पीसेठ जाजोदिया के साथ हरिशचंद्र गोयल, वीरेंद्र तिवारी, छबी खत्री, विजय अग्रवाल, राजेश मित्तल, सुधा तिवारी, डॉ. कमलकिशोर नावंदर, कमलकिशोर मालानी, अमित मंत्री, राजलक्ष्मी केशरवानी, भारती शर्मा, वीरेंद्र उपाध्याय, वैभव बजाज, मंजू केडिया, मोनिका गुप्ता, लीना उपाध्याय, उर्मिला कलंत्री, विजय अग्रवाल, अंजना सिंह, किरण पंजवानी, दीपेंद्र मिश्रा, भावना कुदले, साहिल खंडेलवाल, संजूला चौबे, सोनाली राठी, मोनिका गुप्ता, डॉ. राकेश बडगुजर, किरण पंजवानी, दीपेंद्र मिश्रा, रेणु सिंघानिया, किरण मिश्रा, अनुश्री लोया, हेमलता नरेडी, जया हरवानी, संगात बरसैया, सुरेश साबू, सी.पी.दुबे, हुकमीचंद खंडेलवाल, लक्ष्मीकांत खंडेलवाल, संजय झुनझुनवाला, संजय नागलिया, अशोक जाजू, डॉ. रवि खेतान, हेमा शर्मा, नीलेश डागा, यशीता चौबे समेत सभी ने अथक परिश्रम किया. देर रात तक चले कार्यक्रम में नगर के अनेक प्रतिष्ठित सहभागी हुए. उनमें सर्वश्री कमल सोनी, सुनील अग्रवाल, संजय अग्रवाल, संजय गुप्ता, योगेश गुप्ता, कमल जूनी, संजय कंसल, अशोक नांगलिया, मनोहर भूतडा, सत्यप्रकाश गुप्ता, राजू रायकवार, महेश मोहता, सतीश शेंद्रे, कविता मोहता, रेखा रिनवा आदि अनेक की उपस्थिति रही. लगभग सभी भक्तों ने भजनों की ताल पर थिरकर आनंद व्यक्त किया. उनमें हुकमीचंद खंडेलवाल, हरिशचंद्र गोयल, कमलकिशोर मालानी, डॉ. रवि खेतान का उत्साह से थिरकना विशेष रहा. गोयल तो पूरे कार्यक्रम में उर्जा से लबालब रहे. करीब-करीब प्रत्येक भजन पर उन्होंने झूमकर प्रभू भक्ति का रसपान किया. संचालन राजेश मित्तल ने किया. सभी के लिए अल्पोहार और केसर ठंडाई का प्रबंध रहा.