अन्यअमरावतीमहाराष्ट्र

मांगलिक कार्यक्रम कलशयात्रा का भव्य दिव्य आयोजन

तहसील तथा आसपास के अंचलों से शामिल होगी हजारों महिलाएं

कलशयात्रा में शामिल महिलाओं को ही मिलेगी व्हीआयपी पास
नियोजन समिति से लेकर प्रशासन जुटा तैयारियों में
सिद्धेश्वर परिवार के हाथों होगी विशेष आरती
शहर में जगह-जगह होगा यात्रा का भव्य स्वागत
रंगोली, फुलों की वर्षा, डीजे,दिंडी,भजन मंड़ली रहेगा विशेष आकर्षण
परतवाड़ा/दि.03– शिव महापुराण कथा के आयोजन से परतवाड़ा शहर की नगरी पावन होने जा रही है. इस पावन धार्मीक अनुष्ठान के प्रारंभ होने से पूर्व कलश यात्रा के रुप में मांगलिग कार्यक्रम का भव्य दिव्य आयोजन परतवाड़ा शहर में 5 मई को किया गया है. जिसकी तैयारियों को लेकर आयोजकों के साथ पुरा शहर उत्साह और आनंददायी है. विविध प्रकार से सभी लोग अपने-अपने स्तर पर कलशयात्रा को सफल और सुंदर बनाने का प्रयास कर रहे है. कलशयात्रा के चलते पुरा शहर मांगल्यपूर्ण माहौल से सराबोर हो जायेगा. पुरा शहर पवित्र मंत्रोच्चार व आरती, धार्मीक गितों से सराबोर होगा इसमें कोई दो राय नहीं है.

परतवाड़ा शहर में पहली बार स्व.श्री नंदकिशोर बलबद्रलालजी जयस्वाल व देवकाबाई स्व. नंदकिशोरजी जयस्वाल इनकी स्मृति में तथा कथा आयोजक ओमप्रकाश जी जयस्वाल, प्रकाशजी जयस्वाल, मंगलेशजी जयस्वाल, मुख्य नियोजक अजयजी मोरय्या, एड.अमोल जयस्वाल, सचिन जयस्वाल कलमेश्वरवाले, दिलीप जयस्वाल, शशिकांत जयस्वाल इनके मार्गदर्शन में परतवाड़ा शहर के सावली मार्ग पर स्थित विजयश्री पार्क के पिछे आगामी 6 से 12 मई के दौरान भव्य दिव्य पैमाने पर कथाकार पं.प.पुज्य प्रदीपजी मिश्रा (सिहोरवाले) इनकी मधुर वाणी में श्री शिवमहापुराण कथा का आयोजन होने जा रहा है. इसके साथ ही 5 मई को भव्य शोभायात्रा का आरंभ शहर से होगा. कलशयात्रा का कारवा स्थानीय तिलक चौक से होकर कथास्थल तक चलेगा जिसमें हजारों महिलाएं शामिल होगी.

सिद्धेश्वर मित्र परिवार द्वारा होगी महाआरती
स्थानीय तिलक चौक में स्थित मां दुर्गा मंदीर में सुबह 6.30 बजे सांसद नवनीत राणा के हस्ते महाआरती की जायेगी. इस समय अपने अनुशासन व लयबद्ध तरीके से आरती करने के लिए प्रसिद्ध रहने वाले ऐसे सिद्धेश्वर मित्र परिवार की ओर से सुंदर भावपूर्ण ऐसी आरती की जायेगी. उनकी टीम में शामिल 20 से 25 सदस्यों के आरती करने के नियम काफी सुंदर और अलग है जिसका अभूतपूर्व अनुभव शहर की जनता पहली बार करेगी. सिद्धेश्वर मित्र परिवार में शामिल छोटे बच्चों में भी आरती करने का अलग ही जुनुन है जो देखने लायक होता है और यह सभी सदस्य गणेशजी,मां दुर्गा और शंकरजी की आरती का अनुभव शहरवासियों को करायेगे.

मंगलेशजी जयस्वाल की ओर से भक्तों का स्वागत
स्थानीय तिलक चौक में स्थित दुर्गा माता मंदीर में आरती के पश्चात कलशयात्रा में शामिल भक्तोें का स्वागत मंगलेशजी जयस्वाल इनकी ओर से चाय,पानी, नाश्ता प्रदान कर किया जायेगा. दूर-दराज से आये भक्तोें के लिए चाय नाश्ता और प्रसाद की व्यवस्था यहां की गई है.

विविध मार्गो पर होगी फुलों की वर्षा
कलश यात्रा का आरंभ दुर्गा मंदीर तिलक चौक से होगा. इसके पश्चात कलशयात्रा का कारवा धीरे-धीरे शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए आगे बढेगा जिसमें मिश्रा लाईन, सदर बाजार, दुरानी चौक ,दयालघाट, सिविल लाईन, वाघामाता मंदीर होते हुए कलशयात्रा कथास्थल पर समाप्त होगी. इस बीच जहां जहां से यात्रा जायेगी. वहां हर समाज संगठन के अध्यक्ष, सचिव,कार्यकारिणी कलश यात्रा स्वागत करेंगे.शहर के नागरिक स्वागत कहेंगे.साथ ही शहर के सभी व्यापारी संगठन फुलों का वर्षाव बीच रास्ते कलशयात्रा पर करेंगे. जगह-जगह पर रास्तों को दीपकोें से सजाया जायेगा. रास्ते मेें हर घर के सामने रंगोली निकाली जायेगी. फुलों पखुडियों से मार्ग को सजाया जायेगा व शहर के सभी नवदुर्गा व गणपति मंडल कलश यात्रा का स्वागत करेंगे.

कलश यात्रा के दौरान विशेष तौर पर पुरा परतवाड़ा शहर केलों के पे़ड़ोें से सजाया जायेगा. रास्तोें में भगवे ध्वज लगाये जायेंगे. पताका रंगोली, फुलों की वर्षा कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहेगा. इसके साथ ही कथा स्थल को खास तौर पर हर रोज नये केले के पेड़ोें से सजाया जायेगा. ताकी पुरा वातावरण भक्तिमय और शुध्दमय होगा.

पं.प्रदीपजी महाराज की सुंदर झांकी करेगी मोहित
भव्य दिव्य पैमाने पर निकाली जाने वाली कलशयात्रा में शिव परिवार की सुंदर जिवंत, राम,लक्ष्मण व शिव नंदी की मुर्ती रखी जायेगी.साथ ही पंडीत प्रदीपजीमिश्रा की सुंदर झांकी कार्यक्रम का आकर्षण रहेगा. पंड़ीत प्रदीपजी महाराज रथ पर सवार होकर शहर का भ्रमण करते हुए कलशयात्रा के साथ चलेंगे. इस समय कलशयात्रा में विविध झांकिया, डीजे, बॅन्जो, दींडी, भजन मंड़ली, रथ, घोडे विशेष आकर्षण रहेंगे. जहां हर समाज की ओर शोभायात्रा का स्वागत किया जायेगा. इस समय महिलाओं के लिए लाल रंग के पारंपारिका परिधान व युवतियों के लिए लाल रंग की कुर्ती व पायजामा तथा पुरुषों के लिए सफेद कुर्ता पायजामा परिधान रखे गये है. कलशयात्रा में हजारों लोग शामिल होगे.

कथास्थल पर होगा व्हीआयपी पास का वितरण
कलशयात्रा का समापन कथास्थल पर सिद्धेश्वर मित्र परिवार की ओर से आरती करके किया जायेगा. इसके साथ ही जो महिलाएं कलशयात्रा में आरंभ से शामिल होकर कथास्थल तक चली है उन सभी को व्हीआयपी पास का वितरण इस समय किया जायेगा. इस समय कलशयात्रा के दौरान पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त रहेगा. साथ ही 500से अधिक सुरक्षा महिलाओं की समिति, हर दो हजार महिलाओं के पिछे सामने तैनात रहेगी जिसमेें दस सेवाधारी भी रहेंगे जिन्हें सुरक्षा की ट्रेनींग दी गई. रेल्वे इंजीन की तरह सुरक्षीत तौर पर महिलाओं को शहर के रास्तों से आगे निकाला जायेगा. कलश यात्रा नियोजन बद्ध तरीके से पहुंचे इसलिए आयोजक हर संभव प्रयास कर रहे है. साथ ही व्हीआयपी पास का वितरण यहां उन्ही महिलाओं को किया जायेगा जो कलशयात्रा में आरंभ से रही है. बीच में घुसने वालों को कोई प्रावधान नहीं होगा. कथा स्थळ पर ढाई किलोमीटर पहले से ही महिला सुरक्षा खडे रहेगे. बीच में आने वाली किसी भी महिलाओ को एन्ट्री नहीं दी जायेगी. सीधा-सीधा कोई भी अंदर नहीं आ पायेगा. जो लोग कलशयात्रा के साथ आई है उन्ही महिलाओं को अंदर आने के बाद 10 से 15 टेबल लगाकर वन बाय पास का वितरण किया जायेगा.पास नियोजन पद्धसी से नियमानुसार बांटी जायेगी. कोई गडबडी यहां गुंजाइश नहीं है.

कलश यात्रा में भव्य कावड विशेष आकर्षण
कलशयात्रा में खास तौर पर भव्य दिव्य कावड यात्रा शहरवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगी. अंजनगाव पांढरी से आ रही कावड़ यात्रा में 70 से 80 लोगों की टीम शंकर भगवान की मुर्ती जिस पर स्थापित है ऐसी कावड़ यात्रा लेकर शोभायात्रा में शामिल होंगे. कलश यात्रा का नियोजन नियोजक सूर्यकांत जयस्वाल व उनका नवरंग नवदुर्गा बहुउद्देशीय मंड़ल बखुबी संभाल रहा है.

कलशयात्रा में अधिक से अधिक संख्या में महिलाएं शामिल हो-सांसद नवनीत राणा
शिव महापुराण के आयोजन से परतवाड़ा नगरी पावन नगरी बनने जा रही है. इस पावन पर्व पर मांगलिक कार्यक्रम के रुप में भव्य दिव्य कलशयात्रा का आयोजन किया जा रहा है. इस आयोजन को अपना खुद का आयोजन समझे और इसमें बढ़चढ़कर भाग लेवे. सभी महिलाएं यहां शामिल हो और अपने खुद के कार्यक्रम को सफल बनाये अपनी एकजुटता दिखाये ऐसा आवाहन सांसद नवनीत राणा ने इस समय किया.

मुख्य नियोजक अजय मोरय्या पर खास जिम्मेदारी
कथा आयोजन से लेकर कथा का संपूर्ण नियोजन अजयजी मोरय्या इनके मजबूत खांदों पर सौंपा गया है. इस कार्यक्रम को लेकर अजय मोरय्या कहते है कि, यह मांगलिक कार्यक्रम है और इसका नियोजन आयोजन भी वैसा ही होना चाहिए. साथ ही आयोजकोें के साथ हमारे पारिवारिक संबंध है. अमरावती में संपन्न शिव महापुराण कथा का आयोजन भी अजय मोहय्या के मार्गदर्शन में किया गया था. इसलिए उन्हें इस चीज का पुरा अनुभव है. इसलिए उन पर विशेष जिम्मेदारी है. सात दिन तक इस कार्यक्रम को अनुशासन बद्ध तरीके से संपूर्ण कराया जायेगा. इस आयोजन को अच्छा देखकर महाराज ने भी नाम निकालना चाहिए ऐसी बात अजयजी मोरय्या ने इस समय कही.

मुख्य नियोजक अजय मोरय्या
मांगलिक कार्यक्रम है. उस पारिवारिक संबंध होने की वजह से मुख्य नियोजक के तौर पर काम र्य अजय मोरय्या ने अमरावती में हुई कथा का पुरा नियोजन किया था. कोशीश यह रहेगी. अमरावती से ÷चछ परतवाड़ा में होगी गुरुजी अच्छा नियोजन साथ दिन का अच्छा देखकर परतवाड़ा के जितने भी लोग सेवाधारी उनका नाम महाराज जी लेवे इसके लिए यह नियोजन पद्धती से किया जायेगा.
कथा स्थल पर सात दिन होगा केलों का वितरण

शिव महापुराण कथा स्थल पर विविध लोगों द्वारा अपने अपने पद्धती से भक्तोें की सेवा करने का प्रयास सभी नागरिक कर रहे है जिसमें कथा के दौराल पुरे सात दिनों तक एक भक्त द्वारा सात दिन तक लगातार केलों का वितरण किया जायेगा. भक्तों की सेवा के लिए यहां अनेक चॅरीटेबल व कर्मिशियल स्टॉल लगाये जायेंगे ऐसी जानकारी मुख्य नियोजक ने इस समय हमें दी.

Related Articles

Back to top button