* औसत भाव केवल 4 हजार
अमरावती/दि.13– सोयाबीन का सीजन शुरू होने से फसल मंडी में रोज 15 हजार बोरे की आवक हो रही है. गारंटी मूल्य पर सोयाबीन खरीदी दिवा स्वप्न नजर आ रही है. फिलहाल सोयाबीन को केवल 4 हजार रूपए औसतन प्रति क्विंटल रेट मिल रहा है. जिससे किसानों को नुकसान की आशंका बढ गई है. पहले ही कम अधिक बारिश के कारण सोयाबीन का प्रति एकड उत्पादन प्रभावित हुआ है. रेट एमएसपी के नहीं होने से किसान निराश हो रहा है.
* 3850-4196 भाव
मंडी सूत्रों ने बताया कि रोज 10 से 15 हजार बोरे माल की आवक हो रही है. मंगलवार को 15857 बोरे सोयाबीन मंडी में बेेचने ेके लिए लाया गया. 3850 से लेकर 4196 रूपए प्रति क्विंटल दाम दिए गये. औसतन 4023 रेट रहे. पहले ही मानसून में इस बार देरी हो गई थी. इसके बाद जुलाई-अगस्त में लगातार बारिश की वजह से सोयाबीन की पैदावार पर असर पडा है. फिलहाल कटाई का सीजन अंतिम चरण में आ गया है.
* 13 लाख मैट्रिक टन खरीदी
राज्य सरकार ने सितंबर में गारंटी मूल्य पर 13 लाख मैट्रिक टन सोयाबीन खरीदी की बात कही थी. नाफेड के केन्द्रों पर अब तक 1731 क्विंटल सोयाबीन खरीदा गया है. जबकि खुले मार्केट में काफी अधिक मात्रा में आवक हो रही है. नाफेड खरीदी में शर्ते लागू कर रहा है. किसानों को लौटा रहा है. जिससे किसानों को व्यापारियों की कही दर पर माल बेचना पड रहा है.
* 1 लाख क्विंटल की आवक
पिछले सप्ताह मंडी में एक लाख क्विंटल आवक हुई थी. लेकिन रेट नहीं बढे. किसानों की इस बार सोयाबीन के रेट बढने की आशा धूलधुसरीत हो गई है. किसान ज्ञानेश्वर ठाकरे ने कहा कि सोयाबीन खरीदनेवाले व्यापारी तरह- तरह के नुस्ख निकाल रहे है. माल गीला है, दाना बारीक है जैसे बहाने कर दाम कम कर रहे है. एफएक्यू श्रेणी का माल नहीं होने का कारण देकर नाफेड माल वापस कर रहा है. केवल नाम पंजीयन पर संतोष करना पडा है.
* देंगे भाव फर्क
उधर सरकार की ओर से उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा है कि किसानों को चिंता की आवश्यकता नहीं. सोयाबीन के भाव के फर्क की राशि राज्य सरकार देगी. किसानों को गारंटी मूल्य अवश्य मिलेगा. पैसा सीधे उनके खाते में आयेगा.