* अधिकारी, कर्मचारी तथा ठेकेदार कर रहे अप-डाउन
चांदूर रेल्वे/दि.14– शहर की जनता से लाखों रुपए कर के रूप में वसूल करने वाले स्थानिक नगर पालिका के राज में नागरिक पिछले दो दिनों से अंधेरे में रहने को मजबूर है. जिसकी जानकारी यहां कार्यरत किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को नहीं है. स्थानीय नगर पालिका में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी अमरावती शहर से अप डाउन करते हैं. जिसके कारण यहां के नागरिकों को समस्या रहने पर किससे शिकायत करें? यह सवाल निर्माण होता है. क्योंकि, यहां पर कार्यरत अधिकारी व कर्मचारी ऑफिस समय समाप्त होने के बाद अपने घर लौट जाते है. उन्हें यहां की जनता की समस्या से कोई लेना-देना नहीं रहता. पिछले दो दिनों से आधा शहर अंधेरे में डूबा हुआ है, जिसकी दखल अभी तक नहीं ली गई.
शहर के स्ट्रीट लाइट की देखरेख करने का जिम्मा लाखों रुपए में ठेकेदार को दिया गया. यह ठेकेदार भी वर्धा शहर निवासी होने की जानकारी मिली है. जो की महीना में केवल एखाद बार ही चांदूर रेलवे शहर में आता है. शहर की लाइट व्यवस्था बंद के बारे ठेकेदार,अधिकारी से पूछताछ करने पर वह भी अपनी जिम्मेदारी से हाथ झटकते हुए नजर आ रहे है. आखिर ऐसे ठेकेदारों को प्रशासन कब तक पनाह देगी. यदि यहीं ठेका किसी स्थानीय संस्था या ठेकेदार को दिया गया होता तो उनका शहर की व्यवस्था पर ख्याल रहता है, ऐसी भी जनता में चर्चा है. यहां के अधिकांश अधिकारी, कर्मचारी,ठेकेदार बाहर गांव से अप डाउन करने वाले होने के कारण शहर का हाल अंधेर नगरी चौपट राजा जैसी कहावत होने जैसा साबित हो रहा है.
इस संदर्भ में मुझे किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं है, जानकारी लेकर लाइट चालू करवाता हूं.
-राहुल इमले, स्वच्छता निरीक्षक, नप