हरी मिर्च धडाम, 11 हजार से सीधे 1500 तक लुढके दाम
किसान दिक्कत में, दिवाली तक बिक रही थी 75 रुपए किलो
* अब हो गई 15 रुपए किलो
राजूरा बाजार/दि.19 – मिरची के अचानक बढते दाम से किसानों को मिली खुशी कुछ ही दिनों में काफूर हो गई. 11 हजार तक बढे दाम अचानक लुढक कर 1500 रुपए प्रति क्विंटल हो जाने से किसान मुसीबत में आ गए हैं. दिवाली तक 50-75 रुपए प्रति किलो बिक रही मिरची थोक भाव में 12 से 15 रुपए किलो तक लुढक गई है. जिससे किसानों की लागत भी नहीं निकलने की बात मिर्च उत्पादकों ने कही.
वरुड-मोर्शी तहसील में हाल के वर्षो से हरी मिर्च की पैदावार बढ गई थी. किसानों का रुझान मिर्च की ओर हो गया था. जिससे हरी और लाल मिर्च की बडी पैदावार होकर राजूरा के प्रसिद्ध मिर्च बाजार में लाई जाती. किंतु इस बार कुछ दिन पहले तक मिर्च के रेट 11 हजार से साडेसात हजार तक पहुंचे थे. वहीं दाम तेजी से घसरे. अब थोक में 12-15 रुपए किलो मिर्च बेचनी पड रही है. जिससे किसान घाटे में आ गए हैं.
राजूरा के मिर्च उत्पादक किसान मुन्ना चांडक ने कहा कि, मिर्ची अधिक समय और खर्चिली फसल है. इसकी मशागत और तोडनेवाले मजदूरों को भी किल्लत है. दिनभर में मजदूर 25-30 किलो मिर्च तोड पाता है. जबकि 400 रुपए मजूरी देनी पडती है. इसलिए कम से कम 40 रुपए किलो का रेट मिर्च मिलना चाहिए.
योगेश भोंडे ने बताया कि, राजूरा में मिर्च खरीदने के लिए न केवल जिला बल्कि दिल्ली, बंगाल से भी व्यापारी आते है. रेट लुढकने से किसान परेशान हो गए हैं.