मोर्शी दि.10 – तहसील के विभिन्न क्षेत्र में 8 जनवरी की दोपहर 3 बजे भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई. कुछ क्षेत्र में किसानों को बडे पैमाने पर हुआ, इसकी जानकारी महसूल विभाग को है. परंतु शासन ने मोर्शी-वरुड दोनों तहसील में पहले हुई अतिवृष्टि से अलग रखा. जिससे तहसील के किसानों को किसी तरह की नुकसान भरपाई नहीं मिली. फिलहाल खडी फसल बर्बाद हुई. किसानों को नुकसान भरपाई दी जाए, ऐसी मांग को लेकर तहसीलदार कृष्णकुमार ठाकरे, उपविभागीय अधिकारी नितीन इंगोले, तहसील कृषि अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
सावरखेडवासियों ने सौंपे ज्ञापन के अनुसार सावरखेड, लेहगांव, नेरपिंगलाई समेत तहसील के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि से किसानों भारी पैमाने पर नुकसान हुआ है. इसमें खडी खरीफ व रबी की फसल पूरी तरह तबाह हो गई. संतरे के पेड मिट्टी में मिल गए. कुछ लोगों के घर के छत भी उड गए. किसानों के हाथ कुछ भी नहीं लग पाया. इसे देखते हुए सर्वे कर किसानों को नुकसान भरपाई व फसल के लिए सभी बैंकों से लिए गए कर्ज माफ किये जाए, किसानों ने फसल के लिए बीमा निकाला है, उन किसानों को बीमे की नुकसान भरपाई दी जाए, इस आशय का ज्ञापन सौंपते समय सरपंच ललिता जोमदे, ग्रामपंचायत सदस्य प्रमोद कालबांडे, निलेश तारपे, भूषण पाटील, महेश राउत, विकास कालबांडे, कैलाश ठाकूर, महादेव हिरडे, विजय साबले, सतीश तारपे, शिवाजी भुुंबर, शुभम ठाकूर, प्रतिक आव्हाडे, संजय खोडे, अक्षय ठवली, अंबादास भगत, तानाजी खरकाडे समेत अन्य किसान उपस्थित थे.