अरे बापरे… 5 घंटे में 1200 ब्रास रेती की बुकिंग
तहसील के तीन सेतू केंद्र से रात को ही 700 ब्रास की बुकिंग
* सुबह तक रेत स्टॉक खत्म
* घरकुल लाभार्थियों के बजाय अन्य उठा रहे योजना का लाभ
* रेत की हो रही कालाबाजारी
धामणगांव रेलवे/दि.07– एक ओर घरकुल लाभार्थियों को रेत मुफ्त मिलन के उद्देश्य से तहसील के जलगांव मंगरुल द. क्षेत्र में रेती डिपो शुरु किया है, वहीं एक ही रात में चार से पांच घंटे में 1200 ब्रास रेत स्टॉक की बुकींग धामणगांव में होने की बात प्रकाश में आई है. दौरान दाभाडा, मंगरूल द., वरुड बगाजी के तीन सेतू केंद्र से लगभग 700 ब्रास रेत की बुकींग होने की बात तहसील कार्यालय की प्रारंभिक जांच में सामने आई है.
इस बीच, सरकार द्वारा वेबसाइट पर पोस्ट किए गए 1,200 ब्रास रेत स्टॉक में से 700 ब्रास रेत स्टॉक एक रात में केवल तीन सेतू केंद्रों से होने के कारण सेतू केंद्र का रेत तस्करों के साथ कुछ कनेक्शन तो नहीं? ऐसा सवाल खड़ा हो गया है. कुल मिलाकर अगर इस मामले की गहनता से जांच की जाए तो बड़ी गड़बड़ी होने की आशंका है. धामनगांव रेलवे तहसील में सरकारी रेत भंडारण किसी न किसी कारण से चर्चा में है. कुछ दिन पहले मिट्टी और पत्थर के साथ मिश्रित रेत भंडारण संबंध में प्रहार ने शिकायत की थी. मिट्टी व पत्थर मिश्रित रेत घरकुल धारकों को दी जा रही है, ऐसी शिकायत की गई थी.
29 फरवरी की रात 10 बजे जिला खनिकर्म के अधिकारी के निर्देशानुसार निजी कंपनी सूर्या इंफ्रा ने 1200 ब्रास रेत स्टॉक बिक्री के लिए अपलोड किया था. लेकिन तहसील के दाभाडा, वरुड बगाजी, और मंगरुल दस्तगीर सेतू केंद्र से 700 ब्रास रेती माल की ऑनलाईन बुकिंग रात को ही की गई और तडके 4 बजे तक 1200 ब्रास रेती समाप्त हो गई. एक ही रात में 5 घंटे में की गई बुकिंग में अनियमितता होने की संभावना दर्शाई जा रही है. इस प्रकरण में तहसीलदार ने जांच शुरु की है. जल्द ही इस प्रकरण की सच्चाई बाहर आनेवाली है. इस घटना के कारण शासन के घरकुल धारकों को नि:शुल्क रेती आपूर्ति की नीति की अनदेखी की गई है. रेत तस्करों की कालाबाजारी खुलेआम जारी है.
* सच्चाई जल्द बाहर आएगी
इस प्रकरण की जांच शुरु की गई है. रेती माल की बुकिंग करनेवाले तहसील के लोगों का पता चला है. जल्द ही सच्चाई बाहर आएगी.
– गोविंद वाकडे, तहसीलदार, धामणगांव रेलवे.