नई दिल्ली/दि.५-टोक्यो ओलिंपिक-2020 (Tokyo Olympics-2020) में भारत के लिए पांच अगस्त यानी गुरुवार का दिन ऐतिहासिक रहा क्योंकि इस दिन भारत का 41 साल का पदक का सूखा खत्म हुआ. भारतीय पुरुष हॉकी टीम (Indian Men’s Hockey Team) ने कांस्य पदक पर कब्जा कर चार दशक से चले आ रहे इंतजार को खत्म किया. भारत ने हॉकी में आखिरी बार 1980 में मॉस्को ओलिंपिक में पदक अपने नाम किया था, लेकिन इसके बाद आज भारत की झोली में ओलिंपिक में हॉकी में पदक आया है. इसके अलावा रवि दहिया ने कुश्ती में भारत को दूसरा सिल्वर मेडल दिलाया. भारत के पदकों की संख्या अब पांच हो गई है और वह लंदन ओलिंपिक-2012 के अपने छह पदक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से बस एक कदम दूर है. भारत आज ही इसकी बराबरी कर सकता था लेकिन दीपक पूनिया कुश्ती में 86 किलोग्राम भारवर्ग के कांस्य पदक के मैच में हार गए.
इस दिन एक बड़ी निराशा भी भारत के हाथ लगी. भारत की तरफ से पदक की सबसे बड़ी उम्मीद मानी जा रहीं विनेश फोगाट इस रेस से बाहर हो गईं. वह क्वार्टर फाइनल में हार गई थीं, लेकिन रेपचेज में उनके पदक जीतने की उम्मीद थी हालांकि यह उम्मीद तब टूट गई जब विनेश को हराने वाली खिलाड़ी फाइनल में नहीं पहुंच सकीं. गोल्फ में भारत के लिए शानदार दिन रहा. भारत की महिला गोल्फर अदिति अशोक ने दूसरे दिन का अंत दूसरे स्थान पर रहते हुए किया और पदक की उम्मीदें जगा दीं. इसके अलावा भारत ने आज एथलेटिक्स में भी कदम रखा था.
हॉकी में चक दे इंडिया
भारत के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी आई हॉकी से. कांस्य पदक के मैच में भारत के सामने थी जर्मनी की टीम. भारत 1-3 से पीछे चल रही थी लेकिन दबाव से उबरकर आठ मिनट में चार गोल दागकर जीत दर्ज करने में सफल रही. भारत ने जर्मनी को 5-4 से मात दी. भारत के लिए सिमरनजीत सिंह (17वें मिनट और 34वें मिनट) ने दो जबकि हार्दिक सिंह (27वें मिनट), हरमनप्रीत सिंह (29वें मिनट) और रूपिंदर पाल सिंह ने एक-एक गोल किया. इसी के साथ भारत ने अपने चार दशक से चले आ रहे ओलिंपिक पदक के सूखे को खत्म कर दिया.
रवि ने जीता पदक तो दीपक के साथ से फिसला मौका
भारत के पुरुष पहलवान रवि दहिया 57 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में रूस ओलिंपिक समिति के जावुर युवुगेव के सामने उतरे थे. इस मैच को जीत वह स्वर्ण पदक अपने नाम कर सकते थे लेकिन रूस के पहलवान ने यह मुकाबला 7-4 से अपने नाम कर रवि को स्वर्ण पदक नहीं जीतने दिया और भारतीय खिलाड़ी को रजत से संतोष करना पड़ा. इसी के साथ रवि ओलिंपिक में रजत पदक जीतने वाले दूसरे कुश्ती खिलाड़ी बन गए हैं. उनसे पहले सुशील कुमार ने लंदन ओलिंपिक-2012 में यह काम किया था.
दीपक पूनिया के पास भी कांस्य पदक जीतने का मौका था, लेकिन सैन मारिन के पहलवान माइल्स अमीन ने उन्हें 4-2 से हराया. दीपक जीत हासिल करते दिख रहे थे क्योंकि वह पहले दौर के बाद 2-1 से आगे थे लेकिन दूसरे राउंड में आखिरी पलों में अमीन ने दमदार दांव लगा भारतीय खिलाड़ी को पीछे कर दिया और उनके हाथ से पदक जीतने का मौका छीन लिया.
पदक की प्रबल दावेदार विनेश फोगाट को महिला 53 किलोग्रामवर्ग के क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वेनेसा कालादजिन्सकाया ने चित्त करके उलटफेर करते हुए स्वर्ण पदक की दौड़ से बाहर कर दिया. इसके बाद विनेश के रेपेचेज के लिए कांस्य पदक जीतने की उम्मीद थी लेकिन इसके लिए वेनेसा को फाइनल में पहुंचना था. वेनेसा को सेमीफाइनल में चीन की पहलवान ने हरा दिया और इसी के साथ विनेश का टोक्यो ओलिंपिक में पदक जीतने का सपना टूट गया. विनेश ने पहले दौर में रियो ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता और विश्व चैंपियनशिप की छह बार की पदक विजेता स्वीडन की सोफिया मेगडालेना मैटसन को हराया. अंशु मलिक भी कांस्य पदक से चूक गईं. महिलाओं के 57 किलोग्राम भारवर्ग में भारत की अंशु मलिक रेपेचेज राउंड में रूस की पहलवान वैलेरिया से हार गईं.
गोल्फ में अदिति ने जगाई उम्मीद
भारत की स्टार महिला गोल्फर अदिति अशोक ने अपने शानदार प्रदर्शन को दूसरे राउंड में भी जारी रखा है. उन्होंने पहले राउंड में 69 का स्कोर किया था. दूसरे राउंड में उन्होंने और बेहतर करते हुए 66 का स्कोर किया है और दो दिन के बाद उनका कुल स्कोर 133 है. वह संयुक्त रूप दूसरे स्थान पर हैं. इसी के साथ उनसे पदक की उम्मीदें बनती दिख रही हैं. इसी इवेंट में भारत की दीक्षा डागर भी हिस्सा ले रही हैं. दो राउंड के बाद उनका कुल स्कोर 148 है और वह संयुक्त रूप से 53वें स्थान पर हैं. पहले राउंड के बाद वह 56वें स्थान पर थीं.
एथलेटिक्स में चुनौती
भारत के संदीप कुमार अच्छी शुरुआत के बाद पिछड़ने के कारण 20 किमी पैदल चाल स्पर्धा में 23वें स्थान पर रहे जबकि अनुभवी केटी इरफान और राहुल ने भी निराश करते हुए क्रमश: 47वां और 51वां हासिल किया. संदीप अच्छी शुरुआत करते हुए शुरुआती आठ किमी के बाद दूसरे स्थान पर चल रहे थे लेकिन इसके बाद वह लगातार पिछड़ते चले गए. संदीप 10 किमी के बाद 12वें, 14 किमी के बाद 19वें और 16 किमी के बाद 23वें स्थान पर खिसक गए. संदीप ने एक घंटा 25 मिनट और सात सेकेंड का समय लिया।.राहुल ने एक घंटा 32 मिनट और छह सेकेंड में रेस पूरी की. इरफान ने बेहद निराश किया और वह एक मिनट 34 मिनट और 41 सेकेंड का सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के बावजूद स्पर्धा पूरी करने वाले 52 एथलीटों में 51वें स्थान पर रहे. स्पर्धा में कुल 57 एथलीट चुनौती पेश कर रहे थे जिसमें से पांच रेस पूरी नहीं कर पाए.