पटना/दि. 17– पलटीबाज मुख्यमंत्री के रुप में नितीशकुमार को बिहार की राजनीति में पहचाना जाता हैं. ऐसे में इंडिया गठबंधन पर उनसे सवाल किए जाने पर नितीशकुमार ने कहा कि, हमने तो नाम भी नहीं दिया था. अब इंडिया आघाडी का पतन हो गया हैं. उन्होेंने बडा खुलासा करते हुए कहा कि, वें इंडिया नहीं बल्कि दूसरा नाम देनेवाले थे.
बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद लालूप्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नितीशकुमार को फिर दोस्ती की ऑफर दी हैं. इस पर नितीशकुमार ने अपनी बाजू स्पष्ट की हैं. लालू के ऑफर पर उन्होंने कहा कि, कौन क्या कहता हैं, उस विवाद में न पडे. हम अब एकसाथ आ गए हैं, जैसा पहले था. नितीशकुमार ने कहा कि, जो घोटाला हुआ हैं उसकी जांच होगी. कामकाज ठिक तरह शुरु नहीं था, इसी कारण उन्होंने राजद को छोडा.
लालूप्रसाद को नमस्कार करने पर उन्होंने कहा कि, अब उन्हें इस तरह कोई मिला तो भले ही वह उनके विरोधी अथवा विपक्ष में रहे वें नमस्कार करते हैं. यह उनकी आदत हैं. इंडिया आघाडी बाबत पूछे जाने पर नितीशकुमार ने कहा कि, उन्होंने ‘इंडिया’ नाम नहीं दिया था. उन्हें दूसरा नाम देना था. यह नाम दिए जाने से लोग शुरु से ही नाराज थे. इस कारण उन्होंने कहा था कि, छोडो अब जो नाम देना हैं वह दो. बिहार के हित का काम करना यह उनका काम हैं, ऐसा भी नितीशकुमार ने कहा.